उत्तर प्रदेश के कौशांबी में पूर्व अधिशाषी अधिकारी समेत तीन लोगों पर रेप का केस दर्ज हुआ है। कोर्ट के के आदेश पर घटना के तीन साल बाद मुकदमा दर्ज हुआ है। लिफ्ट देने के बहाने कार में बैठाकर रेप का आरोप है।सरायं अकिल थाना क्षेत्र के एक गांव की महिला के साथ तीन साल पहले हुए रेप के मामले में कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज हुआ है। मामले के तीन आरोपियों में से एक पूर्व अधिशाषी अधिकारी सरांय अकिल लालजी यादव है। आरोप है कि लिफ्ट देने के बहाने कार में बैठाकर ले गए और रेप की घटना को अंजाम दिया। जिसकी शिकायत पीड़िता ने थाना पुलिस से लेकर उच्चाधिकारियों तक की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद उसने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश पर अधिशाषी अधिकारी सहित मामले की तीनों आरोपियों पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
महिला ने बताया कि 27 जुलाई 2020 को वह खेत में चारा काटने गई थी। उसे अकेला देख पड़ोसी सुब्बन और राजेश ने उसके साथ छेड़खानी शुरू कर दी। विरोध पर जबरन उसके साथ रेप किया। जिसकी शिकायत उसने थाना पुलिस में करने जा रही थी, तभी कोटिया गांव के नहर के समीप उसे नगर पंचायत सरायं अकिल के तत्कालीन अधिशाषी अधिकारी लालजी यादव मिल गए। उन्होंने उसे लिफ्ट देने के बहाने कार में बैठा लिया। आरोप है कि वह सूनसान जगह पर ले जाकर गाड़ी रोक दी और उसके साथ जबरन रेप किया। इस दौरान उसे पैसे देने की लालच भी दी गई। जिसकी शिकायत उसने थाना पुलिस सहित अन्य उच्चाधिकारियों से की, लेकिन अनसुना कर दिया गया। मजबूरन उसे कोर्ट की शरण मे जाना पड़ा। घटना के तीन वर्ष बाद कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने अधिशाषी अधिकारी सहित घटना के तीनों आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थानाध्यक्ष सरांय अकिल विनीत सिंह ने बताया कि कोर्ट आदेश पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।