मुख्यमंत्री ने 77 वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। साथ ही स्वतंत्रता सेनानियों, अमर शहीदों, वीर वीरागंनाओं, राज्य आंदोलनकारियों सहित राष्ट्र निर्माण के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान करने वाले शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। सीएम ने कहा, सैनिक परंपरा वाले वीरभूमि उत्तराखंड में पीढ़ियों से लगभग हर परिवार से वीर व वीरांगनाएं देश की रक्षा में अपना योगदान दे रहे हैं।कहा, शहीद सैनिकों के सम्मान में देहरादून में शौर्य स्थल का निर्माण किया गया है। इसके अलावा राज्य में पांचवें धाम के रूप में भव्य सैन्य धाम का निर्माण किया जा रहा है। सरकार ने शहीद सैनिकों के परिवार के एक सदस्य का सरकारी नौकरी में समायोजन का निर्णय लिया है। वीरता पदक से सम्मानित सैनिकों के अनुदान में भी बढ़ोतरी की गई है।राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए लखपति दीदी योजना के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों को 5 लाख तक का ऋण बिना ब्याज के दिया जा रहा है। 2025 तक 1.25 लाख महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय को 9,300 रुपये, मिनी आंगनबाड़ी का 6,250 और सहायिकाओं का मानदेय बढ़ाकर 5,250 रुपये किया गया है।
कहा, वहीं, आशा वर्करों के मानदेय में 1500 रुपये की वृद्धि की गई है। राज्य की महिलाओं को सरकारी नौकरी में क्षैतिज आरक्षण के लिए कानून बना दिया गया है। अंत्योदय निशुल्क गैस रिफिल योजना के तहत वर्ष में 3 गैस सिलिंडर मुफ्त दिए जा रहे हैं।सीएम ने कहा, सरकार ने नकल माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। साथ ही नकल विरोधी कानून लागू कर युवाओं का भविष्य सुरक्षित किया गया है।कहा, राज्य सरकार ने सरकारी और अशासकीय स्कूलों के 6 से 12वीं कक्षा के मेधावी छात्रों को हर महीने 600 से 1200 रुपये तक की छात्रवृत्ति देने का निर्णय लिया है। केदारनाथ धाम में 750 करोड़ रुपये से पुनर्निर्माण कार्य, बदरीनाथ धाम में 550 करोड़ रुपये से मास्ट प्लान के कार्य, 2430 करोड़ लागत के गौरीकुंड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुंड साहिब रोपवे का शिलान्यास हो चुका है। 16 हजार 216 करोड़ रुपये की 125 किमी. लंबी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है।