उत्तरकाशी के पुरौला में कथित लव जिहाद का मामला सामने आने के बाद जहां जगह-जगह समुदाय विशेष के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. वहीं आंदोलन में शामिल लोगों की अपील पर अब स्थानीय लोगों ने समुदाय विशेष के लोगों को किराये पर मकान-दुकान न देने का फैसला कर लिया है. जिन लोगों ने किराये पर जगह दे रखी थी वह अब खाली करने का अल्टीमेटम दे रहे हैं.दुकानों के बाद अब उत्तरकाशी में समुदाय विशेष की एंट्री बंद करने की तैयारी शुरू हो गई है. लव जिहाद के ख़िलाफ़ आंदोलन चला रहे लोगों का दावा है कि बाहर के लोग पहाड़ों में आ कर ज्यादा किराये पर जगह लेते हैं, नुकसान में भी काम जारी रखते हैं क्योंकि इनका मकसद कुछ और होता है. ऐसे में उन्होंने लोगों से अपील की है कि वो अपने मकान दुकान समुदाय विशेष के लोगों को किराये पर न दें. पुरौला में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे प्रकाश डबराल बताते हैं कि उनकी अपील पर लोगों ने अमल शुरू कर दिया है.वहीं मकान मालिक कहते हैं कि वो समाज के साथ हैं. यदि सबका फैसला यही है कि ऐसे लोगों को किराए पर मकान-दुकान न दिये जाये तो वो नहीं देंगे. जिन्होंने दे रखा है वो खाली करवाएंगे. ज्यादातर लोग पहले ही जा चुके हैं. कई मकान मालिक इस मुद्दे पर खुल कर बात नहीं करना चाहते और 15 तारीख़ के महापंचायत का इंतज़ार कर रहे हैं, लेकिन स्थानीय लोगों के आक्रोश और भावनाओं को देखते हुए ज्यादातर लोग ये निर्णय कर चुके हैं. ऐसे में क्या आगे उत्तरकाशी के पुरौला, नौगांव, बरकोट और ऐसे तमाम इलाक़ों में समुदाय विशेष की नो एंट्री हो जाएगी?वहीं उत्तराखंड के उत्तरकाशी और चमोली में कथित लव जिहाद के बाद तनाव पर राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने कहा कि प्रशासन से मुख्यमंत्री ने भी बोला है कि ऐसे मामलों को ज्यादा न उछाला जाए, प्रशासन कार्रवाई करे और लोगों का भी आक्रोश शांत होना चाहिये. वहीं उत्तरकाशी में महापंचायत पर क्षेत्रीय विधायक ने कहा कि मुझे जानकारी नहीं लेकिन किसी को रहना है तो तरीके से रहें नहीं तो हमें कुछ न कुछ कदम तो उठाना ही पड़ेगा. लव जिहाद जैसे काम करने वाले लोगों को समझना चाहिये कि यदि हमारे समाज के लोग भी उनकी बहन बेटियों के साथ ऐसा करने लगे तो उन्हें कैसा लगेगा.