डेंगू का कहर थम नहीं रहा है। देहरादून व आसपास के इलाकों में डेंगू की बीमारी फैलाने वाला एडीज मच्छर की सक्रियता ज्यादा है। गुरुवार को भी दून में पांच और व्यक्तियों में डेंगू की पुष्टि हुई है। जनपद में अब तक डेंगू के 76 मामले सामने आ चुके हैं।
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण अधिकारी सुभाष जोशी के अनुसार जिन पांच व्यक्तियों में डेंगू की पुष्टि हुई है वह सभी पुरुष हैं और अलग-अलग क्षेत्र के रहने वाले हैं। रायपुर निवासी 62 वर्षीय बुजुर्ग के अलावा पटेलनगर निवासी 11 वर्षीय बालक, नेहरूग्राम निवासी 18 वर्षीय युवक, जीएमएस रोड निवासी 37 वर्षीय व्यक्ति व छोटा भारुवाला निवासी 41 वर्षीय व्यक्ति में डेंगू की पुष्टि हुई है। ये सभी मरीज कैलाश अस्पताल, श्री महंत इंदिरेश अस्पताल, कोरोनेशन अस्पताल व सिनर्जी अस्पताल में भर्ती हैं। चिकित्सकों का कहना है कि सभी के स्वास्थ्य में सुधार है। उधर, डेंगू की चुनौती से पार पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग यह दावा कर रहा है कि प्रभावित क्षेत्रों में नगर निगम के सहयोग से दवा का छिड़काव व फागिंग की जा रही है। साथ ही टीम घर-घर जाकर सर्वे कर रही है। जिन स्थानों पर मच्छर का लार्वा मिल रहा है उसे मौके पर ही नष्ट किया जा रहा है। जन सामान्य को डेंगू से बचाव के लिए निरंतर जागरूक किया जा रहा है।
महापौर बोले, टीकाकरण के बाद कम हुआ कोरोना का प्रसार
देश में टीकाकरण का आंकड़ा 100 करोड़ के पार होने पर दून में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया। दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय में टीकाकरण स्टाफ को सम्मानित किया गया। यहां टीकाकरण प्रभारी सुधा कुकरेती के नेतृत्व में जिले में सर्वाधिक टीकाकरण किया गया।
गुरुवार को महापौर सुनील उनियाल गामा व राजपुर रोड विधायक खजानदास अस्पताल के टीकाकरण केंद्र में पहुंचे। यहां पर उन्होंने टीकाकरण टीम का उत्साह बढ़ाया। वहीं, टीका लगवाने आए लोग को बिस्किट व पानी की बोतल वितरित की। टीम को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि कोरोना टीकाकरण की वजह से ही कोविड संक्रमण पर लगाम लगी है। टीकाकरण होने के बाद मामले बेहद कम आ रहे हैं। उन्होंने आमजन से अपील की है कि टीकाकरण के बाद भी कोविड नियमों का पूरी तरह पालन करें। इस दौरान डिप्टी एमएस डा. एनएस खत्री, टीकाकरण प्रभारी सुधा कुकरेती, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी अशोक राज उनियाल, वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी विजय लक्ष्मी, मोहिनी, अभिनव, सपना, अजय, विजय राज, विपिन भंडारी आदि मौजूद रहे।