नवकिरण फिल्म्स, पुलिस फाउंडेशन बीड महाराष्ट्र व इरोज इंटरनेशनल इंडिया लिमिटेड की ओर से बनाई गई हिंदी फीचर फिल्म ‘लाडली बेटियां’ के प्रीमियर शो का आयोजन किया गया, जिसे खूब सराहा गया। फिल्म बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान पर आधारित है। इस फिल्म की 90 फीसद शूटिंग उत्तराखंड की हसीन वादियों में हुई है, जो 22 अक्टूबर को प्रदेश के विभिन्न सिनेमाघरों में रिलीज की जा रही है।
बुधवार को राजपुर रोड स्थित सिल्वर सिटी में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बतौर मुख्य अतिथि शामिल होना था। लेकिन, कुमाऊं में आपदा प्रभावित क्षेत्रों में दौरे के चलते वह कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। उनके स्थान पर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के सीनियर प्राइवेट सेक्रेटरी रविमोहन अग्रवाल ने कार्यक्रम की शुरुआत की। फिल्म के गानों को बालीवुड गायक कुमार सानू, उदित नारायण ने अपनी आवाज दी है। फिल्म में यश पंडित, अलंकृता बोरा, सुरेंद्र पाल, शालिनी कपूर, बेबी सानिया, हैरी जोश, सुशील कुमार मुख्य कलाकार की भूमिका में हैं। फिल्म का निर्देशन वैष्णव देवा ने किया है। निर्माता, लेखक व गीतकार बीएस जोगदंडे हैं।
साध्वी भगवती सरस्वती को मिला लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार
ऋषिकेश: परमार्थ निकेतन की साध्वी डा. भगवती सरस्वती को स्वयंसेवी सेवाओं के प्रति आजीवन प्रतिबद्धता के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति ने वचुर्अल रूप से लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार दिया।
साध्वी भगवती सरस्वती 25 साल पहले स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने के बाद पीएचडी करने भारत आई थीं। वह विगत 25 साल से बच्चों, महिलाओं, प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित परिवारों, गंगा मां और सभी जल निकाय, पर्यावरण और हर जाति, धर्म, रंग, पंथ और प्रजातियों के सभी प्राणियों की निस्वार्थ सेवा कर रही हैं। साध्वी भगवती सरस्वती, परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष और कई धर्मार्थ फाउंडेशन के संस्थापक स्वामी चिदानंद सरस्वती की शिष्या हैं। इन वर्षों में उनकी ओर से मानवता और प्रकृति को समर्पित कई सेवाएं संचालित की जा रही है।
अमेरिका के राष्ट्रपति की ओर से स्वयंसेवी सेवा पुरस्कार उन व्यक्तियों, परिवारों और समूहों को दिया जाता है। जिन्होंने जीवन में एक निश्चित मानक हासिल किया है।
हाल ही में साध्वी भगवती की बेस्टसेङ्क्षलग पुस्तक, हालीवुड टू द हिमालय भी अगस्त में कैलिफोर्निया स्थित इनसाइट एडिशन ने प्रकाशित की थी। जिसमें उन्होंने बताया कि खुद को और हमारी इस दुनिया को बेहतर करने और सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए निस्वार्थ सेवा एक अद्भुत और महान शक्ति है।