उत्तराखंड के देहरादून से एक मामला सामने आया है,। देहरादून के एक युवक पर एक नाबालिग का अपहरण कर रेप करने का आरोप लगाया गया। लड़की ने शारीरिक संबंध न होने और शारीरिक संबंध के नाम पर केवल गले लगने का बयान दिया। लेकिन, इस बयान के आने में एक साल लग गए। 20 वर्षीय युवक जेल की जिल्लत भरी जिंदगी जीता रहा। सजा काटता रहा।साल भर बाद किशोरी ने कोर्ट में कहा कि वह केवल उसके गले लगी थी। जिन आरोपों में युवक का जेल भेजा गया था, उन आरोपों को किशोरी ने कोर्ट में खारिज कर दिया। कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था। यहां तक कि किशोरी की उम्र पहले 5 मार्च 2006 बताई गई थी। बाद में कोर्ट में बताया कि उसकी वास्तविक जन्मतिथि 5 मार्च 2002 है।हरिद्वार निवासी एक व्यक्ति ने चार जुलाई 2021 को मुरादाबाद के रहने वाले अमनदीप के खिलाफ केस दर्ज कराया। इसमें उन्होंने कहा था कि अमनदीप उनकी नाबालिग पुत्री को बहला-फुसलाकर अपने साथ भगाले गया। उन्हें अपनी बेटी के साथ अनहोनी की आशंका है। 18 जुलाई को किशोरी को युवक के साथ लखनऊ से बरामद किया था। पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान युवक ने अपने बयान में कहा था कि उस पर झूठे आरोप लगाए गए हैं। उसके खिलाफ झूठी रिपोर्ट लिखाई गई। उसको फंसाने के लिए झूठा मुकदमा चलाया गया। मामले में अभियोजन पक्ष द्वारा 9 गवाह प्रस्तुत किए गए थे।पीड़िता ने अपने बयान में कहा था कि हरिद्वार के एक इंटर कॉलेज में दसवीं कक्षा की छात्रा है। वह उसके पड़ोस में रहने वाला अमनदीप से दो साल से प्रेम संबंध में थी। उसने बताया कि वह 4 जुलाई को 2021 को अपने घर से पैसे लेकर लेकर मुरादाबाद गई। बस अड्डे से मनदीप केसाथ लखनऊ गई। वहां वह और अमनदीप किराये का कमरा लेकर रहे। वहां उसके और अमनदीप के बीच शारीरिक संबंध बने। लड़की ने बताया था कि पुलिस ने हमें एक साथ पकड़ा और 19 जुलाई 2021 को उसका मेडिकल कराया गया। उस दौरान उसके साथ उसकी मां थी।कोर्ट में जब लड़की के के 164 के तहत दर्ज कराए गए बयान का बंद लिफाफा खोला गया तो उसने लगाए गए सभी आरोपों से इंकार कर दिया। लड़की ने कहा कि उसने जो जन्मतिथि बताई थी। वह स्कूल रिकॉर्ड में है। वास्तविक जन्म तिथि 5 मार्च 2002 है। उसने बताया किउसके और अमनदीप के बीच कभी पति-पत्नी जैसे संबंध नहीं रहे। वह केवल अमनदीप से गले मिली थी। अमनदीप उसे किडनैप करके नहीं ले गया था, बल्कि वह अपने घर से खुद ही मुरादाबाद गई थी। उसने रास्ते में पहुंच कर अमनदीप को फोन सारी बात बताई थी। तब अमनदीप उसे बस स्टैंड पर मिला था। उसने उसे वापस लौटने के लिए भी कहा था। लेकिन, जब मैंने कहा कि वह मुझे अपने साथ ले चले नहीं तो वह मर जाएगी।अमनदीप उसे अपने साथ लखनऊ ले गया। वहां से उसने अपने मोबाइल से घर पर भी बातचीत की थी। अपने घर पर बता दिया था कि वह अपनी मर्जी से घर छोड़ कर आई है। पुलिस ने जब उन्हें पकड़ा था तब भी उसने यही कहा था कि उन दोनों के बीच कोई शारीरिक संबंध नहीं हैं। अमनदीप ने हमेशा यही कहा कि यह संबध शादी के बाद भी हो सकते हैं। किशोरी ने कहा कि मेरे बयान में लिखा गया शब्द शारीरिक संबंध से उसका तात्पर्य केवल गले लगने और लिपटने से है। मेडिकल के दौरान भी डॉक्टर ने उससे कोई पूछताछ नहीं की थी, केवल कागजों पर हस्ताक्षर करवाए थे।
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September 19, 2024
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