अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम का भव्य और दिव्य मंदिर निर्माण का कार्य काफी तेज गति के साथ पूरा किया जा रहा है. निर्माण कार्य की प्रगति को देखते हुए ही यह कहा जा रहा है कि मंदिर का निर्माण दिसंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा और जनवरी 2024 को भगवान राम नव्य मंदिर के भव्य गर्भ ग्रह में विराजमान हो जाएंगे. लेकिन मंदिर निर्माण के साथ-साथ की सुरक्षा और महत्ता को देखते हुए विकास प्राधिकरण ने रामनगरी और उसके आस-पास के क्षेत्रों में होने वाले नव निर्माण को लेकर नए नियम लागू कर दिए हैं.
दरअसल विकास प्राधिकरण ने राम जन्मभूमि के आसपास क्षेत्र में एक निषेधाज्ञा लागू किया है. जिसमें नई नियमावली के अंतर्गत 100 मीटर की परिधि में किसी भी तरीके के नए निर्माण को लेकर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया गया है. इसके अलावा विशेष परिस्थितियों के लिए 5 सदस्यीय टीम गठित की गई है. जो इस पूरे क्षेत्र का सर्वे करेगी और अपनी रिपोर्ट देगी उसके बाद राम जन्मभूमि परिसर के आसपास के क्षेत्रों में किसी प्रकार का निर्माण किया जा सकेगा.