आइपीएल के मुकाबलों में सट्टेबाजी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने सितारगंज से दो और रुड़की से एक आरोपित को सट्टेबाजी करते गिरफ्तार किया है। उनके पास से कैश के साथ ही मोबाइल, रजिस्टर और कैलकुलेटर भी बरामद हुए हैं।
एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि मंगलवार को एसटीएफ को सूचना मिली कि सितारगंज थाना क्षेत्र के इस्लाम नगर मोहल्ले में आइपीएल मैच पर सट्टेबाजी हो रही है। इस पर सितारगंज क्षेत्राधिकारी वीर सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ व थाना सितारगंज पुलिस की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया। टीम ने इस्लाम नगर के एक घर में छापा मारकर सलीम व काशिम उर्फ विक्की निवासी इस्लाम नगर मोहल्ला सितारगंज को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
आरोपितों के कब्जे से आठ मोबाइल फोन, दो कैलकुलेटर, सट्टे के हिसाब के 15 रजिस्टर और एक लाख नौ हजार 90 रुपये कैश बरामद हुए। इसके अलावा उक्त आरोपितों के साथी फैसल, आरिफ निवासीगण इस्लाम नगर व विशाल त्रिपाठी उर्फ ओशो निवासी कुंवरपुर सितारगंज को वांछित घोषित किया गया है। पुलिस के मुताबिक उक्त आरोपित घर से आनलाइन मोबाइल एप में आइपीएल के मैचों में सट्टा लगवाते थे। इसके लिए क्रिकेट लाइव लाइन एप का इस्तेमाल किया जा रहा था। आरोपित सलीम पिछले चार-पांच साल से सट्टेबाजी में लिप्त था और उसके विभिन्न पेमेंट एप पर लाखों का ट्रांजेक्शन पाया गया है
इधर, एसटीएफ की टीम को रुड़की के सोत मोहल्ला में भी आइपीएल मैच में सट्टेबाजी की सूचना प्राप्त हुई। मंगलवार शाम को दिल्ली कैपिटल्स व केकेआर टीम के बीच चल रहे मुकाबले में सट्टा लगवाने पर शशांक गोयल निवासी सोत मोहल्ला को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में ज्ञात हुआ कि वह एक वेबसाइट के माध्यम से सट्टा लगवाता था। उसके पास से दो मोबाइल फोन, डायरी आदि बरामद हुए। आरोपित का एक साथी दीपक बवेजा निवासी जादूगर गली रुड़की अभी फरार चल रहा है।