उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 14 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं, एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। जबकि 20 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। सक्रिय मामलों की संख्या 218 पहुंच गई है। जबकि रविवार को प्रदेश में 226 सक्रिय मरीज थे।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, सोमवार को 13096 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। सात जिलों अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत, पौड़ी, टिहरी, ऊधमसिंह नगर और उत्तरकाशी में एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है। वहीं, चमोली में दो, देहरादून में छह, हरिद्वार, नैनीताल और रुद्रप्रयाग में एक-एक और पिथौरागढ़ में तीन संक्रमित मरीज मिले हैं।
प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 343504 हो गई है। इनमें से 329794 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7393 लोगों की जान जा चुकी है। प्रदेश की रिकवरी दर 96.01 प्रतिशत और संक्रमण दर 0.10 प्रतिशत दर्ज की गई है।
कोविड-19 में कार्य कर रहे फार्मेसिस्टों को एक समान प्रोत्साहन राशि की मांग
रुद्रप्रयाग में राजकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी फार्मेसिस्ट एसोसिएशन ने कोविड-19 में कार्य कर रहे फार्मेसिस्टों को प्रोत्साहन राशि देने में भेदभाव का आरोप लगाया है। इस संबंध में आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा निदेशक को ज्ञापन भेजकर चिकित्सक व फार्मेसिस्ट को समान प्रोत्साहन राशि देने की मांग की गई है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष एसएस राणा व मंत्री केएस भंडारी का कहना है कि कोविड-19 में सभी अपने-अपने स्तर से जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं। उत्तराखंड सरकार द्वारा कोविड-19 ड्यूटी में लगे आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा विभाग के चिकित्साधिकारियों को 10 हजार व फार्मेसिस्टों को समूह (घ) के साथ मात्र 3 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की गई है, जो उचित नहीं है। कोरोनाकाल में दो वर्ष से फार्मेेसिस्ट फ्रंट लाइन वर्कर के तौर पर कार्य कर रहे हैं।