यूकेएसएसएससी (UKSSSC) पेपर लीक मामले में उत्तराखंड एसटीएफ की सख्त कार्रवाई जारी है। पुख्ता साक्ष्यों और बयानों के आधार पर रामनगर न्यायालय, जिला नैनीताल के कनिष्ठ सहायक को गिरफ्तार किया है। आराेपी की पहचान कनिष्ठ सहायक हिमांशु कांडपाल के रूप में हुई है।अभियुक्त हिमांशु कांडपाल पुत्र प्रयाग दत्त कांडपाल उम्र करीब 25 वर्ष निवासी ग्राम कांडागूट पोस्ट ऑफिस दौलीगार ब्लॉक धौलादेवी जिला अल्मोड़ा का रहने वाला है। अभियुक्त द्वारा अपने सगे जीजा मनोज जोशी(पीआरडी) के माध्यम से अन्य अभियुक्त महेंद्र चौहान एवं दीपक शर्मा के साथ मिलकर परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र लीक कर एग्जाम क्लियर कराया गया था।सूत्रों की बात मानें तो रामनगर स्थित उत्तराखंड बोर्ड कार्यालय के एक कर्मचारी भी एसटीएफ की रडार पर है। पेपर लीक मामले में रविवार तक ऊधमसिंह नगर जिले से चार गिरफ्तारी की जा चुकी थीं। इनमें सितारगंज से कोर्ट का कनिष्ठ सहायक मनोज जोशी, किच्छा के एक निजी स्कूल का शिक्षक गौरव नेगी, काशीपुर एएसपी का गनर अमरीश कुमार और काशीपुर से ही दीपक शर्मा शामिल हैंअमरीश और दीपक से पूछताछ के बाद काशीपुर के जसपुर खुर्द निवासी महेंद्र सिंह चौहान का नाम सामने आया। सोमवार को एसटीएफ ने महेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। महेंद्र नैनीताल सीजेएम कोर्ट में कनिष्ठ सहायक है। महेंद्र घोटाले में गिरफ्तार होने वाला 12वां आरोपी है। मामले में अब तक काशीपुर से तीन गिरफ्तारी हो चुकी हैं।15-15 लाख रुपये वसूले थे
महेंद्र ने पूछताछ में अमरीश और दीपक संग पेपर लीक की बात कबूल की है। लीक पेपर हासिल करने वाले हर अभ्यर्थी से 15-15 लाख रुपये की रकम वसूली गयी। बताया जा रहा है कि काशीपुर, जसपुर और यूपी के भी कुछ युवकों को पेपर दिये गये। इनकी संख्या 15 से 20 के बीच हो सकती है।
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