हरियाणा के नूंह जिले में अवैध खनन की जांच कर रहे तावडू के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) सुरेंद्र सिंह बिश्नोई को मंगलवार को खनन माफिया ने ट्रक से कुचलकर मार दिया। पुलिस अधिकारी की इस तरह हत्या करने से पूरे हरियाणा में सनसनी फैल गई। हरियाणा सरकार ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए अपराधियों को जल्द गिरफ्तार करने के आदेश दिए हैं।हरियाणा के मुख्यमंत्री ने मनोहर लाल खट्ट ने डीएसपी की मौत पर दुख जताते हुए कहा कि शोक संतप्त परिवार के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। शहीद पुलिस अधिकारी के परिजनों को मुआवजे के रूप में कुल एक करोड़ रुपये प्रदान किए जाएंगे। हम उनके परिवार के सदस्यों में से एक को नौकरी भी देंगे।
वहीं, हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि ऐसी घटना को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। जैसे ही मुझे पता चला, मैंने डीजीपी से कहा कि इस घटना का जवाब दिया जाएगा। भले ही उन्हें पूरे जिले, आसपास के जिलों या रिजर्व पुलिस का इस्तेमाल करना पड़े। हर एक आरोपी को पकड़ा जाएगा।
विज ने कहा कि हमने पहले ही सिस्टम को कड़ा कर दिया है। आज भी हमने पूरे हरियाणा में एक अभियान चलाया और कल लगभग 400-425 असामाजिक तत्वों को पकड़ा गया है। हमारे यहां समय-समय पर ऐसे ड्राइव होते हैं। मैं खुद हर हफ्ते इसकी निगरानी करता हूं, मैं अधिकारियों से व्यक्तिगत रूप से प्रगति के बारे में पूछता हूं।
हरियाणा पुलिस में डीएसपी पद पर तैनात सुरेंद्र सिंह बिश्नोई की 1994 में सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) के पद पर भर्ती हुए थे और वह कुछ महीनों में ही रिटायर होने वाले थे। मूलरूप से हिसार जिले के सारंगपुर गांव के रहने वाले सुरेंद्र सिंह कुरुक्षेत्र में अपने परिवार के साथ रह रहे थे।