प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को संत कवि रविदास की जयंती पर मंदिर में प्रार्थना करेंगे। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि बुधवार को वे करोल बाग स्थित ‘श्री गुरु रविदास विश्राम धाम मंदिर’ में सुबह नौ बजे जन कल्याण के लिए प्रार्थना करेंगे। इस बारे में मंगलवार को उन्होंने बताया कि संत रविदास ने जातिवाद और छुआछूत जैसी कुरीतियों को खत्म करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मेरी सरकार ने हर कदम और योजना में गुरु रविदास की भावना को आत्मसात किया है।
इस बारे में प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘कल महान संत गुरु रविदासजी की जयंती है। उन्होंने समाज से जातिवाद और छुआछूत जैसी कुरीतियों को खत्म करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। वे आज भी हम सभी को प्रेरणा दे रहे हैं।’
तीर्थस्थल के विकास कार्यो में नहीं होने दी जाएगी कोई कमी
प्रधानमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, इस अवसर पर मुझे संत रविदासजी की पवित्र स्थली को लेकर कुछ बातें याद आ रही हैं। साल 2016 और 2019 में मुझे यहां मत्था टेकने और लंगर छकने का सौभाग्य मिला था। एक सांसद होने के नाते मैंने यह तय कर लिया था कि इस तीर्थस्थल के विकास कार्यो में कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। बताते चलें कि मोदी वाराणसी से लोकसभा सदस्य हैं।
सरकार ने अपनी योजनाओं में गुरु रविदास की भावना को किया आत्मसात
मोदी ने कहा, मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि मेरी सरकार ने अपने सभी कदमों और योजनाओं में गुरु रविदास की भावना को आत्मसात किया है। इतना ही नहीं, वाराणसी में उनकी स्मृति में निर्माण कार्य पूरी भव्यता के साथ चल रहा है।
बड़ी संख्या में जन्म स्थान पर एकत्रित होकर भजन कीर्तन करते हैं अनुयायी
बता दें कि संत रविदास जी का जन्म माघ पूर्णिमा के दिन वाराणसी के पास सीर गोबर्धनगांव में हुआ था। इस दिन संत रविदास के अनुयायी बड़ी संख्या में उनके जन्म स्थान पर एकत्रित होकर भजन कीर्तन करते हैं। रविदास एक महान संत होने के साथ दर्शनशास्त्री, कवि, समाज-सुधारक और ईश्वर के अनुयायी थे। इस साल देशभर में 16 फरवरी को संत रविदास की जंयती मनाई जा रही है।