श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा की वार्षिक तीर्थयात्रा-2022 के लिए प्रदेश सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। श्रीनगर के प्रवेशद्वार पंथाचौक में स्थित तीर्थयात्रियों के ट्रांजिट शिविर की क्षमता को बढ़ाया जा रहा है। इसमें एक साथ छह हजार श्रद्धालुओं के ठहरने की सुविधा होगी। मौजूदा समय में इस शिविर में एक साथ 2500 श्रद्धालुओं के ठहरने की सुविधा उपलब्ध है।
कोरोना महामारी से उपजे हालात के कारण वर्ष 2020 और 2021 में श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा की वार्षिक तीर्थयात्रा आम श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह बंद रही है। सिर्फ पवित्र छड़ी मुबारक ही गुफा में धार्मिक अनुष्ठान संपन्न करने के लिए पहुंची थी।
हालात में सुधार के मद्देनजर प्रदेश सरकार और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड को उम्मीद है कि इस वर्ष लगभग 10 लाख श्रद्धालु समुद्रतल से करीब 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित भगवान अमरेश्वर की पवित्र गुफा में हिमङ्क्षलग स्वरूप में विराजमान भगवान शंकर के दर्शनार्थ आएंगे। इसलिए प्रदेश सरकार ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। यह यात्रा जून-जुलाई माह से शुरू होकर अगस्त में रक्षाबंधन वाले दिन तक चलती है।
श्रीनगर के जिला उपायुक्त मोहम्मद एजाज असद और जिला एसएसपी राकेश बलवाल ने संबंधित अधिकारियों के साथ पंथाचौक स्थित श्री अमरनाथ यात्रा ट्रांजिट शिविर का दौरा किया। उन्होंने शिविर में श्रद्धालुओं के लिए जुटाई जा रही सुविधाओं, शिविर के सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लिया।
जिला उपायुक्त ने लोक कार्य विभाग के सुपङ्क्षरटेंडिंग इंजीनियर को कहा कि वह शिविर में कम से कम छह हजार श्रद्धालुओं के एक साथ ठहरने लायक सुविधाएं सुनिश्चित करें। उन्होंने शिविर के साथ सटी जमीन को श्रद्धालुओं की आवासीय सुविधा के लिए चिन्हित करते हुए कहा कि इस पर प्री-फैब्रीकेटिड ढांचे तैयार किए जा सकते हैं। उन्होंने शिविर को मुख्य सड़क से जोडऩे वाली संपर्क सड़क और शिविर के भीतरी मैदान को पक्का करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने जलशक्ति विभाग को शिविर में यात्रा के दौरान जलापूर्ति को निर्बाध बनाए रखने के लिए उचित प्रबंध करने का निर्देश देते हुए कहा कि पानी के टैंकरों की न्यूनतम आवश्यकता रहनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने शिविर में स्वच्छ सुविधाओं का भी जायजा लिया।
एसएसपी ट्रैफिक ने यात्रा के दौरान शिविर में वाहनों की पार्किंग, वाहनों के दाखिल होने और रवानगी के लिए किए जा रहे प्रबंधों की जानकारी दी। जिला एसएसपी राकेश बलवाल ने इस अवसर पर शिविर और उसके साथ सटे इलाकों की सुरक्षा व्यवस्था की रूपरेखा का जायजा लेते हुए इसमें व्यापक सुधार के निर्देश जारी किए।