बुल्ली बाई एप्प मामले में मुंबई व देहरादून की एसटीएफ ने कोटद्वार में एक युवक को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवक को अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया। जहां से मुंबई पुलिस को पांच दिन का ट्रांजिट रिमांड मिला और पुलिस युवक को अपने साथ ले गई।
बुल्ली बाई एप्प मामले में मुंबई पुलिस की विशेष टीम देहरादून की एसटीएफ के साथ मध्य रात्रि के उपरांत करीब एक बजे कोटद्वार पहुंची। स्थानीय पुलिस की मदद से टीम ने निंबूचौड़ सीमा से सटे शिब्बूनगर के अंतर्गत मोहल्ला राजेंद्र नगर स्थित एक आवास में छापा मार मयंक रावत (21 वर्ष) को गिरफ्तार किया। बुधवार दोपहर मयंक को अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अनीता गुंज्याल की अदालत में पेश किया गया। एसीजेएम ने पुलिस को पांच दिन का ट्रांजिट रिमांड दिया, जिसके बाद मुंबई पुलिस मयंक को अपने साथ लेकर चली गई। इधर, वरिष्ठ पुलिस उपनिरीक्षक जगमोहन रमोला ने बताया कि मयंक रावत बुल्ली बाई एप्प ग्रुप से जुड़ा था और उसमें आने वाले संदेशों को अपने ट्विटर एकांउट में शेयर करता था। बताया कि चार-पांच पोस्ट के बाद ट्विटर ने भी मयंक का अकांउट ब्लाक कर दिया था।
पिता फौज में और जम्मू-कश्मीर हैं तैनात
बताया कि मयंक दिल्ली के एक कालेज से बीएससी आनर्स की पढ़ाई कर रहा था। मयंक के पिता फौज में हैं और वर्तमान में उनकी तैनाती जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में है। उसकी माता गृहिणी हैं और छोटा भाई कोटद्वार में ही अध्ययनरत है। मुंबई पुलिस से आई टीम में शामिल उपनिरीक्षक ने बताया कि मंगलवार को ऊधम सिंह नगर से गिरफ्तार युवती से मिली जानकारी के बाद मयंक को गिरफ्तार किया गया। बताया कि मामले में अभी तक पैसों के लेनदेन का कोई मामला सामने नहीं आया है।
दो-तीन दिन से था परेशान
वरिष्ठ पुलिस उपनिरीक्षक जगमोहन रमोला ने बताया कि मध्य रात्रि करीब डेढ़ बजे देहरादून व मुंबई पुलिस की टीम कोटद्वार पहुंची। जिसके बाद कोतवाली पुलिस की मदद से मयंक के आवास में दबिश दी गई। बताया कि मयंक की माता ने बताया कि मयंक पिछले दो-तीन दिनों से खाना नहीं खा रहा था। संभवत: उसे इस बात का अहसास था कि वह गलत व्यक्तियों के संपर्क में है। मयंक ने भी पूछताछ के दौरान बताया कि कुछ माह पूर्व ही उसके एक मित्र ने उसे इस ऐप के बारे में जानकारी दी थी, जिसके बाद वह ऐप के जरिये इस ग्रुप से जुड़ा था। बताया कि ग्रुप में जुड़े व्यक्तियों से उसकी कभी मुलाकात नहीं हुई। अलबत्ता, वर्चुअल माध्यम से उसकी ग्रुप के अन्य सदस्यों से बात होती थी।
उत्तराखंड की निकली बुली बाई एप की मास्टरमाइंड
ऊधमसिंह नगर जनपद के रुद्रपुर से मुंबई पुलिस टीम ने बुल्ली बाई एप मामले में एक युवती को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने युवती को जिला कोर्ट में ट्रांजिट रिमांड के लिए पेश किया। इसके बाद पुलिस उसको रिमांड पर मुंबई ले गई। इससे पहले भी इसी मामले में मुंबई पुलिस ने बंगलुरु में सिविल इंजीनियरिंग के छात्र को गिरफ्तार कर लिया था।
क्या है बुली बाई ऐप
बुली बाई ऐप की पिछले दिनों से खूब चर्चा हो रही है। यह गिटहब नाम के प्लेटफॉर्म पर है। इस पर एक समुदाय विशेष की महिलाओं की बेट (बोली) लगाई जा रही थी। इस दौरान महिलाओं का चेहरा दिखाई देता है, जिसे बुली बाई नाम दिया है। इसमें इंटरनेट मीडिया पर काफी एक्टिव रहने वाले महिलाओं को टारगेट किया जाता है। समुदाय विशेष की इन महिलाओं की फोटो को प्राइसटैग के साथ बुली बाई ऐप में लोग एक-दूसरे को साझा करते थे। केंद्र सरकार के कहने पर इस एप को हटा दिया गया है।