रामनगरी अयोध्या में गुरुवार देर रात करीब 12 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.3 मापी गई। बताया जाता है कि इसका केंद्र जमीन से 15 किमी नीचे था। झटकों के कारण लोग घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, इस झटके से अयोध्या में किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप के ये झटके रात 11 बजकर 59 मिनट पर महसूस किए गए। भूकंप के झटके महसूस करते ही लोग घरों से बाहर आ गए। इस दौरान बच्चे, महिलाएं और बुजुर्गों के चेहरे पर डर साफ देखा जा सकता था। डर का आलम यह था कि ये लोग करीब डेढ़ से दो घंटे बाद अपने-अपने घरों दोबारा प्रवेश किए।
बता दें कि इसके पहले वर्ष 2015 अप्रैल में अयोध्या सहित आसपास के जिलों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। उस दौरान रामनगरी में मां कामाख्या मंदिर की छत गिर पड़ी थी। इससे वहां पर भगदड़ मच गई। लोग जाने बचाने के लिए मंदिर परिसर से बाहर भागे थे। इसके अलावा लखनऊ के नगराम में मस्जिद की दीवार गिरने से लोग आसपास का इलाका छोड़कर भाग गये थे। हालांकि, अगले दिन हालात सामान्य हो गया था।