भारत और बेल्जियम के खगोल वैज्ञानिक नैनीताल में जुटने जा रहे हैं। नैनीताल जिले के भीमताल में 22 से 24 मार्च तक बेलगो-इंडियन नेटवर्क फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स (बीना) कार्यशाला का आयोजन होने जा रहा है। जिसमें बेल्जियम, कनाड़ा के साथ ही भारत से इसरो, एरीज, टाटा इंस्टीटयूट ऑफ रिसर्च, आईआईटी के वैज्ञानिक भी शिरकत कर रहे हैं।जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक और नैनीताल स्थित आर्य भट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) के वैज्ञानिक डॉ. संतोष जोशी ने बताया कि भारत और बेल्जियम अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में बड़ी परियोजनाओं पर साथ काम कर रहे हैं। जिसमें नैनीताल के देवस्थल में स्थापित 3.6 एमएम ऑप्टिकल टेलिस्कोप और देश की पहली 4.0 मीटर लिक्विड मिरर टेलिस्कोप शामिल हैं। दोनों देशों के वैज्ञानिक इन टेलिस्कोप से मिले आंकड़ों पर साथ मिलकर अध्ययन करते हैं। ऐसे में भीमताल में होने जा रही तीसरी बीना कांफ्रेंस में इन टेलीस्कोपों से एकत्र किए गए डेटा से प्राप्त परिणामों पर चर्चा होगी।कार्यशाला का उद्घाटन विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री स्वतंत्र प्रभार जितेंद्र सिंह करेंगे। भीमताल स्थित ग्राफिक एरा विवि में कार्यक्रम का आयोजन होने जा रहा है। इसके अलावा बेल्जियम के विज्ञान मंत्रालय से जुड़े अधिकारी भी इसका हिस्सा बनेंगे। कोविड के बाद पहली बार दोनों देशों के वैज्ञानिकों के बीच इस तरह की कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है
साथ ही दोनों देशों के संयुक्त प्रयासों से स्थापित अंतरिक्ष दूरबीनों के जरिए आकाशगंगाओं की उत्तपति, तारों का जीवन चक्र, विकास, एस्टोरॉएड व नए ग्रहों की खोज, ब्लैकहोल आदि के जुड़े कई अहम सवालों के भी जवाब प्राप्त किए जा सकते हैं। बताया कि कार्यशाला में भारत, बेल्जियम के अलावा कई अन्य देशों के वैज्ञानिक शिरकत कर रहे हैं।
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December 22, 2024