राजधानी दिल्ली और उत्तर-पश्चिम भारत में शुरु हुई कड़ाके की सर्दी, घने कोहरे और शीत लहर से फिलहाल राहत नहीं मिल रही है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक रविवार से इसकी तीव्रता में कमी आने का अनुमान है. उसके मुताबिक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों जैसे जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश एवं उत्तराखंड राज्यों में सात जनवरी के बाद छिटपुट बारिश और बर्फबारी के भी आसार हैं.आईएमडी अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में बुधवार सुबह न्यूनतम तापमान इस मौसम का सबसे कम 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और राष्ट्रीय राजधानी धर्मशाला, नैनीताल और देहरादून से भी ज्यादा सर्द रही. उन्होंने बताया कि घने कोहरे के कारण दृश्यता 200 मीटर रह गई, जिससे सड़क और रेल परिवहन प्रभावित हुआ है.आईएमडी के मुताबिक ‘भारत के उत्तरी और मध्य भागों में कोहरा छाया हुआ है, जिससे विभिन्न स्थानों पर ‘सर्द’ से ‘बहुत सर्द’ दिन रहा. हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के दूरस्थ स्थानों पर शीत लहर दर्ज की गई.’ आईएमडी ने संभावना जताई कि दिल्ली समेत पूरे उत्तर-पश्चिम भारत में अगले तीन दिन तक शीत लहर चलेगी और तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है. वहीं राजस्थान के कई इलाकों में घने कोहरे के साथ कड़ाके की सर्दी का दौर जारी रहा. मौसम विभाग ने अलवर, भरतपुर, धौलपुर, झुंझुनूं और करौली सहित कई जिलों में शीतलहर का प्रकोप जारी रहने की संभावना के मद्देनजर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.मौसम विभाग ने पंजाब और हरियाणा में शुक्रवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. दिल्ली-एनसीआर में अगले दो दिन के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. बता दें कि आईएमडी मौसम संबंधी चेतावनी जारी करने के लिए चार रंगों का उपयोग करता है। इनमें ग्रीन (किसी कार्रवाई की जरूरत नहीं), यलो (ध्यान दें और बदलाव पर नजर बनाए रखें), ऑरेंज (तैयार रहें) और रेड (कदम उठाएं) रंग शामिल हैं. शीत लहर के कारण पॉवर ग्रिड पर दबाव बढ़ सकता है और निराश्रित लोगों की परेशानी बढ़ सकती है.आईएमडी के मुताबिक अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में घना कोहरा और ठंड की स्थिति जारी रहने की संभावना है और उसके बाद इसकी तीव्रता में कमी आ सकती है. आईएमडी ने कहा कि दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश से पश्चिम विदर्भ तक कम दबाव के क्षेत्र के कारण अगले दो दिनों के दौरान दक्षिण मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में हल्की बारिश होने की संभावना है. आईएमडी ने अनुमान जताया कि ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से सात जनवरी से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में अलग-अलग बारिश और बर्फबारी हो सकती है.
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February 5, 2025