अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में फैली अफरातफरी के बीच जिस शख्स के इस्लामिक अमीरात आफ अफगानिस्तान का अगला मुखिया बनने की बात हो रही है उसका नाम है मुल्ला अब्दुल गनी बरादर। बरादर के नेतृत्व में ही तालिबान नेताओं की अमेरिका और वैश्विक बिरादरी के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता का दौर पिछले तीन वर्षों से चल रहा था। इन वार्ताओं के दौरान वह तालिबान के सबसे बड़े राजनीतिक शख्सियत के तौर पर सामने आया है।
तालिबान के पूर्व शासन में अफगानिस्तान में कई अहम पदों पर रह चुके बरादर के संबंध अल-कायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन से भी रहे हैं और भारत विरोधी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद के साथ भी इसके ताल्लुक रहे हैं। इसके बावजूद बरादर को तालिबान के दूसरे शीर्ष नेताओं के मुकाबले ज्यादा शांत व संयमित माना जाता है।
सरकार की तरफ से इस बात की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है लेकिन माना जाता है कि पिछले दिनों दोहा में भारतीय प्रतिनिधियों ने बरादर से मुलाकात भी की है। हालांकि भारत बरादर को लेकर फिलहाल सतर्क रहेगा।