उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने कहा है कि उत्तराखंड की राजनीति में अब स्वच्छ छवि वालों के लिए कोई स्थान नहीं है। राजनीति शराब और खनन पर केंद्रित हो गई है। प्रदेश के युवाओं को राजनीति में बदलाव के लिए आगे आना होगा। पिछले तीन दशक में उत्तराखंड की राजनीति में बड़ा नाम माने जाने वाले काशी सिंह ऐरी पहली बार चुनाव मैदान से बाहर हैं।
मंगलवार को उन्होंने अपनी पीड़ा मीडिया से साझा की। उन्होंने कहा कि अलग राज्य की लड़ाई इस उद्देश्य से लड़ी गई थी कि युवाओं को रोजगार मिले वे पलायन के लिए मजबूर न हो। राज्य के जल, जंगल और जमीन स्थानीय लोगों के काम आए, लेकिन राष्ट्रीय दलों ने इस पूरी मंशा पर पानी फेर दिया। उत्तराखंड में पूरी तरह यूपी की राजनीति हावी कर दी।
चुनाव अब केवल धनबल और बाहुबल पर लड़े जा रहे हैं। स्वच्छ छवि और राज्य के हितों के प्रति संवेदनशील लोगों के लिए राजनीति में अब कोई जगह नहीं है। राज्य के युवाओं को अब इस पर सोचना होगा। राजनीति की गंदगी युवा वर्ग ही साफ कर सकता है। रोजगार के लिए लडऩे वाले युवाओं को चुनाव के वक्त इस बात को ध्यान में रखना चाहिए।