रामझूला के किनारे की चट्टान के भूस्खलन होने से पुल को खतरा उत्पन्न हो गया है। जिसको देखते हुए प्रशासन ने पुल पर आवाजाही को सीमित कर दिया है। इस झूले का निर्माण 1986 में कराया गया था। जिला टिहरी गढ़वाल में हिंदू आस्था के केंद्र मुनी की रेती को पौड़ी जिले से जोड़ने वाला रामझूला पुल गीताभवन, स्वर्ग आश्रम, परमार्थ निकेतन और नीलकंठ जैसे अनेक धार्मिक स्थलों को जोड़ता है। लोगों का आरोप है कि लोक निर्माण विभाग नरेंद्रनगर की भारी लापरवाही के कारण रामझूला पुल अपनी दयनीय स्थिति में पहुंच गया है।बीते रोज गंगा के उफान पर आने से मुनी की रेती की तरफ से रामझूला पुल की आरसीसी सपोर्टिंग दीवार भूस्खलन की जद में आ गई है। इससे स्थानीय प्रशासन ने पुल पर पर्यटकों और यात्रियों की आवाजाही को सीमित करते हुए दुपहिया वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया है। पुल के दोनों छोरों पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।लोक निर्माण विभाग नरेंद्रनगर के सहायक अभियंता गंभीर सिंह असवाल ने बताया कि बीते रोज गंगा में आए उफान की वजह से रामझूला पुल की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त होकर गंगा में गिर गई है। जब गंगा का जलस्तर कम होगा तब ही दीवार की मरम्मद की जा सकेगी साथ ही पुल की मरम्मत के लिए उच्चाधिकारियों को एस्टीमेट भेजा जा चुका है।
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September 10, 2024