त्यूणी में आरोपी युवक ने नाबालिक को अपने प्रेम जाल में फंसाया और त्यूणी बुलाकर उसने और उसके दोस्त ने नाबालिक से गैंगरेप किया। गैंगरेप की घटना को पुलिस ने दबाने की कोशिश की लेकिन मीडिया तक बात पहुंचने पर पुलिस ने मामले की जानकारी दी। पुलिस आरोपियों के नाम बताने में कतरा रही है। अंदेशा है कि राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस आरोपियों को बचाने के प्रयास कर रही है।जानकारी के अनुसार उत्तरकाशी के पुरोला क्षेत्र की एक 14 वर्षीय किशोरी को त्यूणी निवासी एक युवक ने अपने प्रेमजाल में फंसाया। युवक ने उसे 2 अगस्त को त्यूणी बुलाया। नाबालिक जब त्यूणी आई तो आरोपी सोनू और दिक्षु ने उसके साथ दुष्कर्म किया। यहां तक कि आरोपियों ने रोहड़ू और टीकोची हिमाचल प्रदेश से दो अन्य युवकों को बुलाकर त्यूणी और हनोल के विभिन्न होटलों और रेस्टोरेंट में नाबालिग को रखा और उसके साथ गैंगरेप किया।किसी तरह बचकर निकली नाबालिग ने थाना अध्यक्ष आशीष रवियान को बताया कि चारों ने 2 से 4 अगस्त तक उसको बंधक बना कर रखा और गैंगरेप किया। वहीं इस मामले में थाना अध्यक्ष नामजद आरोपियों के नाम बताने से भी कतराते रहे। सीओ विकास नगर भास्कर लाल शाह ने आरोपियों के केवल नाम बताए लेकिन इससे ज्यादा जानकारी नहीं दी।
उनका कहना है कि नामजद समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों की धरपकड़ के लिए दबिश दी जा रही है। पुलिस जिस तरह से मामले में आरोपियों के नाम बताने से कतरा रही है उसे साफ लग रहा है इस मामले को दबाने की कोशिश की जा रही थी। यदि गैंगरेप की सूचना मीडिया तक ना पहुंचती तो शायद गैंगरेप की घटना का खुलासा ही नहीं होता और आरोपी साफ बच जाते।