भारतीय क्रिकेट टीम के नए टी20 कप्तान की घोषणा कर दी गई है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने मंगलवार शाम को न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए खिलाड़ियों के नाम की घोषणा की। उम्मीद के मुताबिक रोहित शर्मा को टीम की कमान सौंपी गई। विराट कोहली ने टी20 विश्व कप से पहले ही इस फार्मेट की कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया था। दिग्गजों का मानना है कि यह एक सही फैसला है और वह टीम इंडिया के आइसीसी ट्राफी के सूखे को खत्म कर सकते हैं।
रोहित को टी20 टीम की कप्तानी को मिल गई लेकिन साथ ही उनके सामने ऐसी चुनौती आई है जिसको निभाना आसान नहीं होने वाला। कोहली ने अब तक आइसीसी ट्राफी नहीं जीत पाने दर्द सहा और इसी कलंक के साथ उनकी टी20 कप्तान के तौर पर विदाई हुई। कमाल की बात यह है कि रोहित को कप्तानी इसी वजह से दी गई है। उनके उपर दबाव ज्यादा रहने वाला है।
रोहित को नहीं मिलेगा विराट जितना वक्त
विराट को जब नियमित कप्तान बनाया गया था तब उन पर कोई दबाव नहीं था। उनको पूरा वक्त मिला था अपने आप को कप्तान के तौर पर स्थापित करने के लिए। लेकिन रोहित को अगले साल आस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए ही कप्तान के तौर पर चुना गया है। कप्तानी दिए जाने से पहले ही दिग्गजों ने इस बात की घोषणा कर दी थी कि रोहित भारत को आइसीसी ट्राफी दिला सकते हैं।
रोहित के पास अनुभव लेकिन धौनी नहीं
जब विराट को कप्तान बनाया गया तब पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने कप्तानी छोड़ बतौर खिलाड़ी टीम में खेलने का फैसला लिया था। उनके होने से विराट को काफी मदद मिलती थी बल्कि रोहित खुद भी सलाह देने के लिए मौजूद होते थे। इस मामले में रोहित उतने लकी नहीं क्योंकि धौनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है और अगर विराट के फैसले इतने ही सही साबित हो रहे होते तो उनको कप्तानी छोड़ी की जरूरत ही क्या होती।
आइपीएल का अनुभव आएगा काम
रोहित ने बीसीसीआइ की टी20 लीग इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी टीम मुंबई इंडियंस को कप्तानी में पांच बार खिताब दिलाया है। साल 2013 में पहली बार टीम ने खिताब भी रोहित की कप्तानी में ही जीता था। आइपीएल में नजदीकी मुकाबलों में रोहित ने कमाल की कप्तानी की है। फाइनल मुकाबलों में वह दबाव में आने पर भी सटीक फैसले लेने की क्षमता रखते हैं।