वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम वनडे विश्व कप में बार चैंपियन रह चुकी है, लेकिन इसी साल भारत में होने वाले टूर्नामेंट में वह नहीं खेलेगी। इसकी वजह है आईसीसी विश्व कप के लिए उसका क्वालीफाई नहीं करना है। एक समय था जब विश्व क्रिकेट वेस्टइंडीज क्रिकेट राज करता था लेकिन उसी टीम की हालत इस समय इतनी खराब है कि वह वनडे विश्व कप के लिए सीधे क्वालीफाई नहीं कर सकी और क्वालीफायर में भी उसका बुरा हाल रहा। टीम का खस्ता हाल क्यों हुआ है इसके पीछे की एक बड़ी वजह है टी20 प्रीमियर लीग, जिसमें कई बड़े खिलाड़ी साल भार खलते हैं।वेस्टइंडीज के ही शिमरोन हेटमायर को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलने के लिए राजस्थान रॉयल्स से 8.5 करोड़ रुपये मिलते है तो वहीं कोलकाता नाइट राइडर्स आंद्रे रसेल को 16 करोड़ रुपये सालाना देता है। यह बड़ी रकम इस बात का संकेत है कि क्रिकेट का वित्तीय परिदृश्य बदल गया है और खिलाड़ियों का वेस्टइंडीज के लिए खेलना अब प्रेरणा का स्रोत नहीं रहा।वेस्टइंडीज के इन खिलाड़ियों के लिए पैसा अधिक मायने रखता है। इसने क्रिकेट वेस्टइंडीज (सीडब्ल्यूआई) के लिए कम से कम शीर्ष खिलाड़ियों को पूरे साल दिलचस्पी बनाए रखने में सबसे बड़ी बाधा पैदा की है। मौजूदा विश्व कप क्वालीफायर के दौरान वेस्टइंडीज के पास हेटमायर, आंद्रे रसेल या सुनील नारायण की सेवाएं नहीं थी। ये सभी खिलाड़ी सीडब्ल्यूआई द्वारा पिछले साल जारी 18 सदस्यीय केंद्रीय अनुबंध सूची में नहीं हैं। इन सभी ने स्वेच्छा से बाहर होने का विकल्प चुना था क्योंकि वे पूरे साल दुनिया की अलग-अलग टी20 लीग में खेलते है।
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January 21, 2024