राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने एक बार फिर कहा है कि भारत एक हिंदु राष्ट्र है। उत्तराखंड के दिनेशपुर में बोलते हुए भागवत ने समाज को संगठित रहने की अपील की और कहा कि हिंदू समाज को संगठित करके भारत को परम वैभव तक पहुंचाना है। भागवत यहां संघ शिक्षा वर्ग में शिक्षार्थियों से संवाद कर रहे थे। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म और समाज जैसा भी हो, हमारा अपना है और यह पवित्र है। अगर हिंदू डूबेगा तो हम सब साथ डूबेंगे।भागवत ने कहा कि हमें पूरा जीवन देश और समाज की सेवा में समर्पित कर देना चाहिए। किसी पर दोषारोपण नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदू राजाओं की फूट का फायदा उठाकर मुगलों और अंग्रेजों ने भारत को गुलाम बनाकर रखा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का उद्देश्य राष्ट्रवादी सोच वाले स्वयंसेवकों का गठन करना है। आर्थिक, नैतिक समेत दूसरी सभी बातों से ऊपर उठकर देश को परम वैभव की ओर ले जाने से ही भारत की सही मायनों में जय होगी। उन्होंने कहा कि संघ में पैर छूना, फोटोग्राफी और ऑटोग्राफ नहीं लिए जाते। तन-मन-धन से हमें समाज के लिए काम करना है।भागवत ने कहा कि हिंदुस्तान हिंदु राष्ट्र है और अगर इस मातभूमि में एक भी व्यक्ति हिंदू है तो भी ये हिंदू राष्ट्र है। उन्होंने कगहा कि समाज को स्वार्थ्य छोड़कर देश की चिंता करनी चाहिए। जो देश की चिंता नहीं करता वो मिट जाता है।