गाजियाबाद धर्मांतरण केस में बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपी शहनवाज उर्फ बद्दो ने खुद के भी धर्मांतरण की झूठी कहानी सुनाकर नाबालिक बच्चों को धर्म परिवर्तन के जाल में फंसाया और उनका ब्रेनवॉश किया. शहनवाज उर्फ बद्दो ने धर्मांतरण का शिकार हुए बच्चों को बताया था कि वह पहले ईसाई था और उसने काफी ज्यादा परेशानियां झेली थीं.इन परेशानियों से दूर होने के लिए उसने आयत पढ़ी, इस्लाम धर्म कबूल किया और इससे उसकी सारी परेशानियां खत्म हो गईं. वह अपनी जिंदगी में काफी सफल हुआ और ऐश और आराम की जिंदगी जीने लगा. इतना ही नहीं शहनवाज उर्फ बद्दो ने नाबालिग बच्चों को इस्लाम धर्म अपनाकर आत्मनिर्भर बनने के लिए भी प्रेरित किया. ताकि यह नाबालिक बच्चे इस्लाम धर्म कबूल करने के बाद अपने परिवार से अलग हो जाएं.इन सब बातों के चैट पुलिस को नाबालिक बच्चों के मोबाइल से मिले हैं. पुलिस सूत्रों की मानें तो बद्दो ने नाबालिग बच्चों को बताया था कि तीन-चार साल पहले ही उसने ईसाई धर्म को छोड़कर इस्लाम धर्म कबूल किया था, जिससे उसके जीवन में खुशियां लौटीं और यही वजह है कि बद्दो की इन झूठी कहानियों को सुनकर पांच बच्चों का ब्रेनवॉश हुआ और वह भी धर्मांतरण की राह पर चल निकले.बता दें कि आरोपी शहनवाज उर्फ बद्दो अभी फरार चल रहा है. जब से वह महाराष्ट्र के मुंब्रा से भागा है, पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है. महाराष्ट्र पुलिस के साथ-साथ गाजियबाद पुलिस की टीमें भी यूपी से लेकर देश के विभिन्न राज्यों में दबिश दे रही हैं, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पा रहा है.वहीं पुलिस ने अभी तक सिर्फ एक मौलवी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है. पुलिस पूछताच में अब्दुल रहमान ने कई बड़े खुलासे किए, जिसको सुनकर गाजियाबाद पुलिस के कान खड़े हो गए. अब्दुल रहमान से पूछताछ और बच्चों की मोबाइल चैट से पुलिस को पता चला कि शहनवाज बच्चों को दुबई ट्रिप का लालच देकर धर्मांतरण कराने का टारगेट दे रहा था.
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July 23, 2024