कैलाश-मानसरोवर यात्रा के लिए चीन ने वीजा देने शुरू कर दिए हैं। लेकिन इसके नियम बेहद कड़े कर दिए हैं। यात्रा पर लगने वाले कई तरह की फीस दोगुनी कर दी है। अब भारतीयों को यात्रा के लिए 1.85 लाख रुपये खर्च करने होंगे। अगर तीर्थयात्री अपनी मदद के लिए नेपाल से किसी वर्कर या हेल्पर को साथ रखेगा तो 24 हजार रु. एक्सट्रा चुकाने होंगे। इस शुल्क को ‘ग्रास डैमेजिंग फी’ कहा गया है। चीन का तर्क है कि यात्रा के दौरान कैलाश पर्वत के आसपास की घास को नुकसान पहुंचता है, जिसकी भरपाई यात्री से ही की जाएगी।भारत में उत्तराखंड के जरिये होने वाली कैलाश यात्रा 2019 से बंद है, लेकिन नेपाल के जरिये ये यात्रा शुरू की जा रही है। इसके लिए 1 मई से रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गया है।