उत्तर प्रदेश के देहरादून में पौड़ी के चौबट्टाखाल तहसील के कंडुली गांव के जंगल में लगी आग को बुझाने गए दो युवकों की जलकर मौत हो गई। दोनों युवक कुछ दिन पहले ही अपने दोस्त की शादी में शामिल होने के लिए दिल्ली से गांव आए थे। यहां ये दोनों हादसे का शिकार हो गए। दो युवाओं की मौत से गांव में मातम पसरा हुआ है। ग्राम प्रधान सेड़ियाखाल सुमन देवी के अनुसार कंडुली गांव के कुलदीप (28) पुत्र दीनदयाल प्रसाद नौडियाल निवासी कंडुली और विकास सिंह (26) पुत्र महिपाल सिंह रावत निवासी सेड़ियाखाल गदेरे में नहाने के लिए गए हुए थे।शाम को जब ये दोनों घर वापस लौट रहे थे तो खेतों के पास चीड़ के जंगल में आग लगी देखी। इस पर इन दोनों युवकों ने जंगल में लगी आग बुझाने की कोशिश की लेकिन आग और भड़कने के कारण दोनों युवक इसकी चपेट में आ गए। इसमें कुलदीप बुरी तरह से झुलस गया। इसी दौरान वहां से कुछ ग्रामीण गुजर रहे थे तो उन्होंने विकास घायल अवस्था में पेड़ पर चढ़ा हुआ देखा। ग्रामीणों ने किसी तरह से विकास को नीचे उतारा।वहीं जब कुलदीप को खोजा गया तो वह जंगल में ही बुरी तरह से जला हुआ जमीन पर पड़ा दिखाई दिया। उस समय तक कुलदीप की मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों ने विकास को तत्काल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पोखड़ा में भर्ती कराया जहां से उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सतपुली के लिए रेफर किया गया। सतपुली स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों ने विकास को मृत घोषित कर दिया। सामाजिक कार्यकर्ता मनोज नौडियाल दोनों युवक दिल्ली में प्राइवेट जॉब करते थे। कुलदीप चार भाइयों में दूसरे नंबर का था। उसके पिता गांव में ही रसोइए का काम करते हैं। विकास के परिवार में दो भाई व एक बहन है। उसके पिता महिपाल सिंह रावत पोखरा में हिमालयन गढ़वाल विश्वविद्यालय में सुरक्षाकर्मी के पद पर कार्य करते हैं।