उत्तराखंड में मौजूद धर्म की नगरी हरिद्वार में पुलिस ने एक मास्टरमाइंड महा ठग को गिरफ्तार किया है. इसका नाम वसीम आजम है. गिरफ्तार महाठग सहारनपुर यूपी का मूल निवासी है. गिरफ्तार मास्टरमाइंड ने पहले तो खुद को फर्जी आईपीएस अफसर बताया. उसके बाद नकली सीबीआई अफसर बन बैठा. यह सब कर गुजरने के बाद आरोपी जैसे ही सेहरा सजाकर दूल्हा बनने के अरमानों को परवान चढ़ाने की जुगत में था, उससे पहले ही उसे हरिद्वार जिला पुलिस ने धर लिया.सोमवार रात यह तमाम जानकारी टीवी9 भारतवर्ष (डिजिटल) को एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह ने दी. उन्होने बताया कि कुछ दिन पहले ही थाना बहादराबाद में एक शख्स ने मुकदमा दर्ज कराया था. जिसमें बताया गया था कि उसकी बहन से जिस शख्स की शादी दो दिन बाद होने वाली है. उस इंसान (दूल्हा बनने जा रहे युवक पर) की कुछ गतिविधियां संदिग्ध हैं. शिकायत के आधार पर पुलिस ने तफ्तीश शुरू की तो आरोप सही पाए गए. पुलिस टीमों ने पीछा करके आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.जब पुलिस ने आरोपी से पूछताछ शुरू की तो उसकी ठगविद्या का भांडा फूट गया. गिरफ्तार आरोपी ने कबूला कि वो, मूल रूप से यूपी के सहारनपुर जिले के गांव सधोली कदीम थाना बेहट का रहने वाला है. वो फर्जी आईपीएस अफसर बना हुआ था. उसके बाद उसने आईपीएस की ही वर्दी में एक दफ्तर में अपनी कुछ तस्वीरें खिंचवा लीं. वो खुद को सीबीआई अफसर बताता था.इस महाठग ने ठगी का ऐसा फुलप्रूफ इंतजाम कर लिया था कि, किसी को भी शक न होने पाए. एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह ने आगे कहा, खुद को सीबीआई का डीसीपी बताने वाले इस ठग ने अपने चंगुल में एक लड़की भी शादी के लिए फांस ली. सगाई भी हो चुकी थी. शादी से दो दिन पहले ही शक होने पर लड़की के भाई ने हरिद्वार के बहादराबाद थाने में शिकायत दर्ज करा दी. बेहट (सहारनपुर) से गिरफ्तारी के वक्त आरोपी के कब्जे से Fake Id भी जब्त की गई. इसके अलावा उसके कब्जे से पुलिस टीम ने छापेमारी के दौरान,डीसीपी की फर्जी आईडी, फोटोग्राफ्स और अन्य दस्तावेज भी बरामद किए.
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December 6, 2024