
Telecommunication tower with mesh dots, glittering particles for wireless telecommunication technology
चार धाम यात्रा के रूट पर मोबाइल की कनेक्टिविटी बहुत कमजोर है. इस वजह से लोगों को बात करने और इंटरनेट का प्रयोग करने में खासा दिक्कत होगी. चार धाम यात्रा के रूट पर करीब 91 किलोमीटर का क्षेत्र ऐसा है. जहां पर इस तरह की समस्या तीर्थयात्रियों को रहेगी. यह क्षेत्र बद्रीनाथ और केदरानाथ के बीच का है. केंद्र व राज्य सरकार इस समस्या से निजात पाने के उपाय तलाश रही है.मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने बीएसएनएल को इन क्षेत्रों में हो रही समस्या से निजात दिलाने के लिए जिम्मा सौंपा है. पीएमओ के अधिकारियों ने उत्तराखंड सरकार बीएसएनएल और एनएचआई के अधिकारियों के साथ इस सिलसिले में बैठक भी की है. इसलिए माना जा रहा है कि जल्द ही तीर्थयात्रियों को मोबाइल की समस्या से निजात मिल जाएगा.सरकार के अधिकारियों ने बताया कि चारधाम की यात्रा के दौरान मोबाइल कनेक्टिविटी की समस्या है. कुछ ऐसे क्षेत्र हैं, जहां तीर्थयात्रियों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है. इन स्थानों को डार्क जोन कहा जाता है. अधिकारियों ने बताया कि पीएमओ के साथ हुई बैठक में यात्री रास्तों में ऑपरेटर कॉमन इंफ्रा का इस्तेमाल कर सकते हैं. बीएसएनल इन क्षेत्रों में जल्द ही कनेक्टिवटी का सुधार करेगा.उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (UTDC) ने शनिवार को कहा कि वह चारधाम यात्रा के दौरान दर्शन के लिए टोकन जारी करेगी. बयान में कहा गया, “टोकन एक घंटे के स्लॉट में दिए जाएंगे, जो चार घंटे के लिए वैध होगा. अभी तक तीर्थयात्रियों को चारधाम यात्रा के दौरान दर्शन के लिए लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ता था.”