महाराष्ट्र के राज्यपाल के पद से इस्तीफा देने के बाद पहली बार मीडिया से रूबरू हुए भगत सिंह कोश्यारी ने शुक्रवार को तमाम चर्चाओं को विराम दे दिया। वहीं कोश्यारी ने एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की तारीफ करते हुए उन्हें सनातनी स्वभाव और सरल व्यक्तित्व का धनी बताया। साथ ही यह भी कहा कि उनके इसी स्वभाव के कारण उनकी शिवसेना टूटी है।महाराष्ट्र के राज्यपाल के पद से इस्तीफा देने और उत्तराखंड में आने के बाद अब तक भगत सिंह कोश्यारी ने मीडिया से दूरी बनायी हुई थी। वहीं उनकी वापसी के बाद उत्तराखंड की राजनीति में उनकी दखलअंदाजी को लेकर तमाम कयास लगाए जा रहे थे। आज उत्तरांचल प्रेस क्लब में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम के दौरान पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने इन सभी कयासों को विराम दे दिया।भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि वे सक्रिय राजनीति से 2 महीने पहले ही बहुत दूर हो चुके हैं और उन्हें किसी भी तरह के पद की लालसा नहीं है। कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें बहुत सम्मान दिया है। मेरा काम सृजन और समन्वय का है। कहा कि मेरी इच्छा है कि उत्तराखंड हिमालय जैसा स्वच्छ और गंगा जैसा पावन राज्य के साथ ही आत्मनिर्भर बने।कोश्यारी ने कहा कि महाराष्ट्र के उद्योगपतियों से उत्तराखंड में निवेश को लेकर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य की कई सरकारी योजनाओं में पैसा उपलब्ध है जिसका उपयोग करने के लिए ऐसी मशीनरी डेवलप करने की जरूरत है, जिससे उत्तराखंड की आर्थिकी में नई क्रांति आएगी।