उत्तराखंड में यूकेपीएससी (UKPSC) की एई और जेई परीक्षा की एसआईटी जांच के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। इस मामले में थाना कनखल में परीक्षा प्रश्न पत्र लीक प्रकरण करने में 9 लोगों के खिलाफ नामजद मुक़दमा दर्ज किया गया है। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की पटवारी लेखपाल भर्ती पेपर लीक का खुलासा होने के बाद आयोग के जरिए आयोजित की गई जेई एई भर्तियों पर सवाल उठाए गए थे। बेरोजगार युवाओं ने आयोग के समक्ष जेई और एई भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक की आशंका जताई थी। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा। तब एई जेई परीक्षा की जांच करवाई गई।उत्तराखंड बेरोजगार संघ के प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई में इस परीक्षा के परीक्षार्थियों ने सीएम से भी पेपर लीक की शिकायत की थी। उन्होंने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के जरिए 4 और 5 दिसंबर 2021 को आयोजित स्नातक स्तर की परीक्षा में अनियमितता के संबंध में मुख्यमंत्री को ज्ञापद दे कर कार्रवाई की मांग की थी। बेरोजगारों की शिकायत को तत्काल संज्ञान में लेकर सीएम धामी ने डीजीपी को मामले की जांच के लिए निर्देश दिए थे।वर्ष 2021 में भर्ती निकली थी और 2022 में परीक्षा पूरी हुई थी। इसी बीच इस परीक्षा में धांधली के आरोप लगे थे, जिसके बाद सीएम ने इसकी जांच कराने के निर्देश दिए थे। एई और जेई के पदों पर हुई भर्ती परीक्षा में धांधली के तार उस अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी से भी जुड़ रहे हैं, जो पटवारी भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले में धरा जा चुका है। पूछताछ के दौरान संजीव ने ही प्रवक्ता पदों और जेई एई पदों पर हुई भर्तियों में धांधली का आरोप लगाया था। हरिद्वार पुलिस की एसआईटी जांच के बाद नौ लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है।