देहरादून पुलिस और एसओजी ने मुखबिर की सूचना पर देहरादून के घंटाघर स्थित एमडीडीए कंपलेक्स में चल रहे नेशनल काउंसलिंग फॉर रिसर्च एजुकेशन के नाम से फर्जी ट्रस्ट पर छापेमारी कर बड़े गोरखधंधे का खुलासा किया है. दरअसल, नेशनल काउंसलिंग फॉर रिसर्च एजुकेशन नाम से चलने वाला फर्जी ट्रस्ट बिहार और अरुणाचल प्रदेश में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की फर्जी मार्कशीट और सर्टिफिकेट को तैयार करता था. जिसका उपयोग करके बिहार और अरुणाचल में कई लोगों को सरकारी नौकरियां तक भी मिली है.मामले का खुलासा करते हुए देहरादून पुलिस ने एक आरोपी रामकिशोर राज को अरेस्ट किया है. रामकिशोर खुद पांचवी पास है. रामकिशोर ने देहरादून के एमडीडीए कंपलेक्स में एक ऑफिस तैयार किया था. इस ऑफिस में रामकिशोर अपने कुछ सहयोगियों के साथ मिलकर इंटरमीडिएट और हाईस्कूल की जाली प्रमाण पत्र तैयार करता था, जिनको बिहार और अरुणाचल प्रदेश के लोगों को 10 से 15 हजार रुपये में बेचा करता था. मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक इस फर्जी सर्टिफिकेट से करीब एक दर्जन से ऊपर लोगों को सरकारी नौकरी भी मिल चुकी है.पुलिस द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक ट्रस्ट केवल नाम से ही चलता है. इस ट्रस्ट के सभी दस्तावेज फर्जी हैं. वहीं मामले का खुलासा देहरादून पुलिस गुरुवार को करेगी. पता चला है कि ट्रस्ट में रामकिशोर के साथ कई अन्य आरोपी भी शामिल थे, जिनकी तलाश में देहरादून पुलिस जुट गई है. मामला देहरादून के कोतवाली शहर क्षेत्र का है. पुलिस ने बिहार और अरुणाचल प्रदेश में रामकिशोर द्वारा फर्जी तरीके से बने सरकारी अफसरों की डिटेल भी शेयर की है, जिन पर अब आगे की कार्यवाही होना तय है.
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December 9, 2024