उत्तराखंड के जोशीमठ में दरार के बाद अब एक और आपदा आ गई है। ऐतिहासिक और पौराणिक नगर जोशीमठ की भूमि पर बन रहे गहरे गड्ढों ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है। जोशीमठ में लगभग 25 फीट गहरे गड्ढे के बारे में यह भी पता नहीं चला रहा है कि यह और कितना गहरा हो सकता है।
जोशीमठ के वार्ड रविग्राम में जमीन पर सुरंग नुमा गहरे-गहरे गड्ढे हो गए हैं। यह गड्ढे इतने गहरे हैं कि इनमें कितनी भी लंबी लकड़ी या रस्सी डालने पर वह पूरी गड्ढों में समा जाती है। स्थानीय नीलम का कहना है कि उनके घर के ठीक सामने यह गड्ढे हो रहे हैं, जो पिछले 20 दिनों से दिखाई दे रहे हैं। कहा कि गड्ढों की वजह से आसपास के मकानों में मोटी-मोटी दरारें आ रही हैं। उन्होंने बताया कि यह गड्ढे धीरे-धीरे बड़े हो रहे हैं। गड्ढों की स्थिति में दिन-प्रतिदिन बदलाव हो रहा है।रविग्राम वार्ड नगर में जिस फॉल्टलाइन के अनुसार मुहल्लों और कस्बों को डेंजर जोन में चिह्नित किया जा रहा है, यह गड्ढा भी ठीक उसी फॉल्टलाइन के ऊपर हो रहा है। रविग्राम वार्ड में भी अन्य वार्डों की तरह पहले दरारें आने शुरू हुई थीं, जिसके बाद अचानक से यह गड्ढे दिखने लगे और यह धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नगर के अन्य भागों में भी आने वाले समय में फॉल्टलाइन के आसपास से गुजर रहे इलाके में इस प्रकार के गड्ढे हो सकते हैं।