चमोली जिले में स्थित जोशीमठ के घरों में दरार आने से लोगों को वहां से दूसरी जगह पर शिफ्ट किया जा रहा है। उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश ने धामी और मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि ये हालात केवल जोशीमठ में ही नहीं है, ये हालात अन्य जगहों पर हैं। कहा कि जोशीमठ के साथ ही कर्णप्रयाग, टिहरी के घरों में भी दरारें आने की बात सामने आ रही है, जिससे यह लगता है कि कहीं यह किसी बड़े भूकंप की आहट तो नहीं है, क्योंकि यह जोन-5 है और संवेदनशील क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि इसके लिए भी अभी से तैयारी सरकार को करनी चाहिए और लोगों को भी मानसिक रूप से तैयार किया जाना चाहिए।कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि जोशीमठ के हालात को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाना चाहिए। हो सकता है कि यह हालात एनटीपीसी या जेपी की परियोजनाओं के कारण उत्पन्न हुए हों। इन प्रोजेक्ट्स को तत्काल रोका जाना चाहिए। प्रशासनिक अधिकारी लोगों के जले पर नमक छिड़क रहे हैं और कह रहे हैं कि इन प्रोजेक्ट्स की वजह से यह नहीं हुआ है। विस्थापन इतना आसान नहीं है। चमोली में लोग सात-आठ वर्षों से विस्थापन की मांग कर रहे हैं। बताया कि कांग्रेस भूगर्भीय वैज्ञानिकों, कांग्रेस के प्रतिनिधि को शामिल कर एक कमेटी बनाई जाएगी और यह कमेटी यहां प्रवास कर सर्वेक्षण करेगी।