दून विवि में सोमवार राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गोपश्वर में इतिहास विषय के प्राध्यापक डॉ. शिवचंद सिंह रावत की पुस्तक आर्थिक इकाई के रूप में उत्तराखंड के मंदिरों का ऐतिहासिक अध्ययन पुस्तक का विमोचन किया गया। इस पुस्तक में चमोली जिले के प्रमुख मंदिरों के का ऐतिहासिक,आर्थिक व अन्य तरह का विवरण मिलेगा।पुस्तक का विमोचन विवि की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल, पद्मश्री पर्यावरणविद कल्याण सिंह रावत, आयुर्वेद विवि के वीसी प्रो. सुनील जोशी, प्रो. सदानंद दामोदर सप्रे, प्रो. विकास सारस्वत, देवभूमि विचार मंच के संयोजक भगवती प्रसाद राघव, डॉ. अंजली वर्मा, डॉ. रीना चन्द्रा, पीडी काला और डीएवी के प्रोफेसर डॉ. रवि शरण दीक्षित ने किया। डॉ. शिवचंद सिंह रावत ने बताया कि पुस्तक में मंदिरों की आर्थिक स्थिति का ऐतिहासिक दृष्टि से अध्ययन किया गया है, जिसके अंतर्गत मंदिरों की स्थापना का इतिहास, स्थानीय स्थिति, मंदिरों की आय के साधन भेंट, चढ़ावा, गूँठ भूमि, नाली, देण-खेण, मंदिरों की आर्थिक स्थिति का समाज पर प्रभाव, पुजारी, स्थानीय जनमानस, आजीविका, देवदासियों पर प्रभाव, मंदिर और समाज की पारस्परिक निर्भरता, धार्मिक मेले, मंदिरों की आर्थिक स्थिति में समयानुसार परिवर्तन, बदलते संदर्भ में मंदिरों का आर्थिक महत्व का विस्तृत अध्ययन किया गया है। हालांकि इसमें जनपद चमोली के मंदिरों का आर्थिक दृष्टि से ऐतिहासिक अध्ययन किया गया है, परंतु उत्तराखंड के मंदिरों की आर्थिक स्थिति समान रही है, इसे एक मानक इकाई के रूप में भी लिया जा सकता है।
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December 22, 2024