राज्य के भाजपा नेता के बेटे ने वेश्यावृत्ति से इनकार करने पर दो रिजॉर्ट कर्मचारियों के साथ नहर में धक्का देकर रिजॉर्ट की रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी हत्या कर दी थी। मामला खुलने पर प्रशासन ने उत्तर प्रदेश के योगी मॉडल को अपनाया और आरोपी के रिजॉर्ट पर बुल्डोजर चलाने की कार्रवाई शुरू कर दी। अंकिता की हत्या का मुख्य आरोपी भाजपा नेता के बेटे पुलकित आर्य के रिजार्ट को ध्वस्त करने के लिए देर रात कार्रवाई शुरू कर दी गई। उच्च स्तर से आदेश के बाद प्रशासन की टीम जेसीबी लेकर मौके पर पहुंच गई और ध्वस्तीकरण शुरू कर दिया।
शुक्रवार देर रात मौके पर पहुंची जेसीबी ने पहले रिजार्ट के गेट को तोड़ा। उसके बाद रिजार्ट के फंट में लगे शीशे और दीवार तोड़ने की कार्रवाई शुरू हुई। प्रशासन ने इससे पहले कर्मचारियों को हिरासत में लेकर रिजार्ट को सील कर दिया था। बताया जा रहा है कि, सरकार और पार्टी के स्तर पर इस घटना को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है। इसलिए रातोंरात रिजार्ट को ध्वस्त करने की कार्रवाई कर दी गई।
शुक्रवर को घटना के खुलासे के बाद भी मौके पर जमा भीड़ ने न केवल रिजार्ट में तोड़फोड़ कर दी थी, बल्कि रिजार्ट पर बुलडोजर चलाने की मांग के नारे भी लगाए थे।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि हत्यारोपियों को तत्काल फांसी की सजा दी जानी चाहिए और उनके अय्याशी के अड्डे बने रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाया जाना चाहिए। उन्होंने स्थानीय पटवारी पर हत्यारों को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि संबंधित पटवारी को तत्काल बर्खास्त कर गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
जुलूस में उत्तरा बहुगुणा, सुलोचना ईष्टवाल, मधु सेमवाल, विशन सिंह कंडारी, अनुपम खत्री, उत्तराखंड आंदोलनकारी मंच के दीपू सकलानी, सुरेंद्र कुकरेती, समाजसेवी रश्मि, उत्तराखंड विचार मंच के संजय बहुगुणा, विपुल धस्माना, समीर मुंडेपी, संयुक्त मोर्चा के के एसपी थपलियाल, सुरेंद्र सिंह, जनसंवाद समिति के अंबुज शर्मा, जयदीप सकलानी भी मौजूद रहे।