कोरोना संक्रमण के मामलों ने फिर से रफ्तार पकड़ी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हिमाचल प्रदेश से केरल तक देश के 28 जिलों को संक्रमण बढ़ने की वजह से रेड जोन घोषित किया है। इनमें हरियाणा और महाराष्ट्र के वे चार जिले भी शामिल हैं, जहां साप्ताहिक संक्रमण पांच फीसदी से भी ज्यादा दर्ज किया गया। राज्यों के साथ बुधवार को बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रभावित राज्यों से जमीनी स्तर पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए।
अरुणाचल प्रदेश सहित सात राज्यों में कोरोना के सक्रिय मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अरुणाचल प्रदेश में यह बढ़ोतरी देश में सर्वाधिक 21.43 फीसदी तक दर्ज की गई। देश के कुछ हिस्सों में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। 40% की उछाल एक ही दिन में : एक दिन में करीब 40 फीसदी उछाल के साथ बुधवार को देश में 5233 नए कोरोना मरीज सामने आए। सक्रिय मरीजों की संख्या 28,857 पहुंच गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 3345 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं। सात लोगों की मौत हुई है। जबकि एक दिन पूर्व सात जून को 3741 मामले दर्ज किए गए थे।
मास्क पहनने से इनकार पर यात्री को विमान से उतार दें एयरलाइंस : डीजीसीए
यदि कोई यात्री विमान के अंदर चेतावनी के बावजूद मास्क पहनने से इनकार करता है तो उसे विमान के रवाना होने से पहले एयरलाइंस विमान से उतार सकती हैं। विमानन नियामक डीजीसीए ने महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु आदि राज्यों में फिर से कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए विभिन्न एयरलाइंस को यह सख्त एडवाइजरी दी है। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने अपने सर्कुलर में यह भी कहा है कि एयरपोर्ट ऑपरेटर टर्मिनलों में फेस मास्क नहीं पहनने वाले लोगों पर जुर्माना भी लगा सकते हैं। इन कार्यों में एयरपोर्ट ऑपरेटर स्थानीय पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की मदद भी ले सकते हैं।
कोरोना के 564 नए केस मिले, एक रोगी की मौत
राजधानी में बीते 24 घंटे में कोरोना के नए मामलों के साथ संक्रमण दर में बढ़ोतरी हुई है। बीते 24 घंटे में संक्रमण के 564 नए मामले मिले हैं, जबकि एक मरीज की मौत हो गई। चिंता की बात यह है कि संक्रमण दर बढ़कर 2.84 फीसदी रिकॉर्ड की गई है। इससे एक दिन पहले संक्रमण दर 1.2 फीसदी थी। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, बीते एक दिन में कोरोना के 12,699 आरटी-पीसीआर व 7177 एंटीजन टेस्ट किए गए हैं। होम आइसोलेशन में 1048 मरीज उपचारधीन हैं। वहीं, अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या बढ़कर 100 पहुंच गई है। राहत की बात यह है कि आईसीयू में भर्ती मरीजों की संख्या में कमी आई है।