मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बारिश के बाद भूस्खलन के चलते पर्वतीय क्षेत्रों में अवरुद्ध हो रही सड़कों को तत्काल खोलने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिलाधिकारियों को मानसून सीजन में विशेष अलर्ट पर रहने को कहा है। सोमवार को विधानसभा में मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि मानसून सीजन के मद्देनजर जनता की परेशानियों को दूर करने के लिए पर्वतीय क्षेत्र में मलबा हटाने के लिए 350 से ज्यादा मशीनें तैनात की गई हैं।बीआरओ और लोनिवि की टीमें अवरुद्ध सड़कों को खोलने में जुटी हैं। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों के सड़कों को खोलने में कोई कोताही न बरतने के निर्देश दिए हैं। धामी ने कहा कि राज्य सरकार हालांकि पहले ही मानसून सीजन की तैयारियां कर चुकी हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में सरकारी गोदामों में खाद्यन्न का पहले से भंडारण कर चुके हैं।इसके बावजूद वे नियमित तौर पर जिलाधिकारियों से हर दिन अपडेट ले रहे हैं। जिलाधिकारियों को तहसीलस्तर के अफसरों व कर्मचारियों को इस अवधि में संवेदनशील स्थानों पर खास नजर रखने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि आपदा के मद्देनजर बेहद संवेदनशील स्थानों पर एसडीआरएफ के साथ एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं।ताकि आपदा की स्थिति में कम से कम टाइम रिस्पोंस में बचाव व राहत कार्य किए जा सके। इसके साथ ही एहतियात के तौर पर दो हैलीकाप्टरों की व्यवस्था भी की गई है। धामी ने कहा कि मैदानी क्षेत्रों के जिलाधिकारियों से कहा गया है कि यदि किसी अतिक्रमण से कहीं पर जलभराव हो रहा है तो ऐसे स्थानों का तत्काल संज्ञान लिया जाए।