दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी से उठा ‘असानी’ चक्रवात के अगले 24 घंटे में ओडिशा समुद्र तट पहुंचने की बात कही जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात का असर ओडिशा व आंध्र प्रदेश के साथ झारखंड, बिहार, बंगाल, छत्तीसगढ़ व अन्य प्रदेशों में रहेगा। इस दौरान कई इलाकों में भारी बारिश होने के आसार हैं। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि यह चक्रवात ओडिशा में स्थल भाग से नहीं टकराएगा। हालांकि, चक्रवात के प्रभाव की आशंका को देखते हुए भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वहीं 10, 11 और 12 मई को तटीय ओडिशा में तेज हवा के साथ भारी बारिश की आशंका को देखते हुए सभी बंदरगाहों पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। साथ ही नौ से 11 मई तक मछुआरों को समुद्र की ओर नहीं जाने की सलाह दी गई है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, चक्रवात के प्रभाव से नौ मई से ओडिशा एवं आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्र में सागर अशांत रहेगा। वहीं, 10 मई शाम को हल्की बारिश होगी। हालांकि, इस दौरान ओडिशा के गजपति, गंजाम एवं पुरी जिले में भारी बारिश होने की संभावना है। 11 मई को गंजाम, खुर्दा, पुरी, जगतसिंहपुर एवं कटक जिले में भी भारी बारिश होगी। इसी तरह 12 मई को पुरी, जगतसिंहपुर, कटक, केंद्रापड़ा, भद्रक, बालेश्वर जिले में भारी बारिश होगी। इस दौरान 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलेगी।
अभी 16 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ उमाशंकर दास ने बताया कि असानी वर्तमान समय में 16 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम-उत्तर दिशा में गति कर रहा है। वर्तमान समय में चक्रवात पुरी से दक्षिण-पूर्व दिशा में 1020 किलोमीटर और विशाखापट्टनम से दक्षिण-पूर्व दिशा में 970 किलोमीटर की दूरी पर है। उन्होंने बताया कि 10 मई की शाम तक यह उत्तर आंध्र प्रदेश और ओडिशा के पास समुद्र तक पहुंचेगा, हालांकि यहां से रिकर्व कर उत्तर-उत्तर पूर्व की दिशा में आगे बढ़ जाएगा। उत्तर-उत्तर पूर्व दिशा में असानी के आगे बढ़ने की संभावना प्रबल है।
70-80 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही समुद्री हवा
दास के अनुसार चक्रवात असानी के प्रभाव से समुद्र में इस समय 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है। रुक-रुककर इसकी रफ्तार 90 किलोमीटर तक पहुंच जा रही है।
यहां देखने को मिलेगा असर
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक तूफान का असर दक्षिण पूर्व और उससे सटे पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी में, कार निकोबार (निकोबार द्वीप समूह) से लगभग 610 किमी उत्तर-पश्चिम में, पोर्ट ब्लेयर (अंडमान द्वीप समूह) से 500 किमी पश्चिम में, विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) से 810 किमी दक्षिण-पूर्व और पुरी (ओडिशा) से 880 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में देखने को मिलेगा। पुरी से करीब 920 किलोमीटर की दूरी पर बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने रहने के दौरान असानी एक भीषण चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा। यह सिस्टम 11 मई को चक्रवाती तूफान के रूप में गंजम और पुरी के बीच तट के सबसे करीब होगा।
श्रीलंका ने दिया है तूफान को ‘असानी’ नाम
इस बार श्रीलंका ने इस चक्रवात का ‘असानी’ नाम रखा है। वहां की भाषा में असानी का मतलब क्रोध है। हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की पहल पर आठ देशों ने वर्ष 2004 से तूफानों के नामकरण की व्यवस्था शुरू की। इन देशों में बांग्लादेश, भारत, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, थाईलैंड और श्रीलंका शामिल हैं। चक्रवातों के नाम आपसी सहमति और समझौते के तहत रखे जाते हैं। अंग्रेजी वर्णमाला के अनुसार, सदस्य देशों के नाम के पहले अक्षर के अनुसार उनका क्रम तय किया गया है। सभी देश पहले ही चक्रवातों के नाम तय कर इसे संयुक्त राष्ट्र संघ की एजेंसी ‘डब्ल्यूएमओ’ को भेज देते हैं। तूफान की गति उसके प्रभाव को देखते हुए देशों द्वारा दिए गए नामों में से एक नाम उस तूफान का रख दिया जाता है।
पूर्वी उप्र के इन जिलों में तूफान की चेतावनी
उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिलों में रविवार को हल्की बारिश हुई। 11 और 12 मई को पूर्वी उत्तर प्रदेश में चमक के साथ तेज तूफानी हवाओं की चेतावनी भी जारी की गई है। पूर्वी उप्र में 14 मई तक बूंदाबांदी की संभावना है। गोरखपुर में रविवार को 2.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। अगले एक सप्ताह तक पश्चिमी जिलों में शुष्कता रहेगी। मौसम विभाग पूर्वानुमान के अनुसार, अगले दो दिनों तक राजधानी का अधिकतम तापमान 38.0 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26.0 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है। दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी में आया असानी चक्रवाती तूफान 13 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलते हुए उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है, जिसके अगले 12 घंटों में और तीव्र होने की आशंका है। मौसम विभाग के अनुसार, गोरखपुर, महाराजगंज, कुशीनगर, बस्ती, आजमगढ़, बलरामपुर, श्रावस्ती, बलिया समेत आसपास के पूर्वी जिलों में 14 मई तक हल्की बारिश का पूर्वानुमान है।