सरकारी सस्ता गल्ला गोदाम में चावल न पहुंचने से स्कूलों में मध्याह्न भोजन का संकट खड़ा होने लगा है। शहरी क्षेत्र में 30 स्कूल ऐसे हैं, जिनको सस्ता गल्ला की दुकानों से चावल सप्लाई किया जाता है। चावल उपलब्ध न होने के पीछे राइस मिलों को केंद्र सरकार से फोर्टिफाइड राइस कर्नेल (एफआरके) पौष्टिक चावल नहीं मिल पाया। जिससे राइस मिलर गोदामों में चावल नहीं भेज पा रहे हैं।सरकारी स्कूलों में अक्षय पात्र के माध्यम से भोजन पकाकर विद्यार्थियों को परोसा जाता है। केंद्र से पौष्टिक आहार चावल न मिलने से भोजन का संकट खड़ा हो गया है।वरिष्ठ विपणन अधिकारी हरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि केंद्र से फोर्टिफाइड राइस कर्नेल पौष्टिक आहार चावल उपलब्ध होते ही राइस मिलरों को सप्लाई करने को कहा जाएगा।

