
डिजिटल हेल्थ सुविधा के लिए डॉक्टर, नर्स व आशा वर्करों का भी डाटाबेस तैयार किया जा रहा है। इन्हें डीजी डॉक्टर के रूप में मिशन में पंजीकृत किया जा रहा है। अब तक प्रदेश में 8317 हेल्थ केयर प्रोफेशनल पंजीकृत किए जा चुके हैं। इसके अलावा अस्पताल, हेल्थ क्लीनिक, जांच सेंटर, प्रयोगशालाओं, इमेजिंग सेंटर, फार्मेसी का भी पंजीकरण कराया जा रहा है। इसमें 7423 हेल्थ फैसिलिटी रजिस्टर्ड हो चुकी है।
राज्य की कम आबादी होने के बावजूद हेल्थ रिकॉर्ड लिंकेज के मामले में उत्तराखंड ने देशभर में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। जो लोगों के स्वास्थ्य के प्रति राज्य सरकार की संवदेनशीलता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। सरकार ने प्रदेश में शत-प्रतिशत लोगों की आभा आईडी बनाने का लक्ष्य तय किया है। जिससे लोगों को डिजिटल माध्यम से भी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुंचाया जा सके।आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन में प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में 6,72,796 मरीजों ने अपना ओपीडी पंजीकरण कराया। इस सुविधा से मरीजों को पंजीकरण पर्चा बनाने के लिए लाइन में खड़ा नहीं होना पड़ा। वर्तमान में यह सुविधा एम्स ऋषिकेश, राजकीय मेडिकल कॉलेज देहरादून, श्रीनगर, अल्मोड़ा, जिला चिकित्सालय कोरोनेशन, पंडित हरगोविंद पंत जिला चिकित्सालय अल्मोड़ा व उप जिला चिकित्सालय रूड़की में संचालित है