आखिरकार इंद्रदेव की मेहरबानी मसूरी पर हो ही गई और शहर में सीजन का पहला हिमपात हो गया। शहर में बुधवार की सुबह पहले जमकर बारिश हुई, उसके बाद शहर में बर्फबारी शुरु हो गई और देखते ही देखते मसूरी में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई। उधर, शहर के सबसे उंचाई वाले स्थान लालटिब्बा में सीजन का तीसरा हिमपात होने से क्षेत्र में ठंड बढ़ गई। लंबे समय से मसूरी शहरवासी बर्फबारी का इंतजार कर रहे।
शहर में बर्फबारी होने से लोगों में उत्साह देखने को मिला। बर्फबारी से मसूरी में देवदार बांज, बुरांश के पेड़, पौधे बर्फ से लकदक हो गए। शहर में घरों पर कई घंटों तक बर्फ की चादर बिछी नजर आई। बर्फबारी की सूचना मिलते ही पर्यटक भी पहुंचे और जमकर बर्फ के साथ मस्ती करते नजर आए। रुड़की से आई पर्यटक रिया सैनी ने कहा कि पहली बार उन्होंने मसूरी आकर बर्फ देखी है। कहा कि बर्फ देखकर उनकी मुराद पूरी हो गई। मसूरी घूमने आना सफल हो गया।
वहीं मसूरी शहर में बर्फबारी के बाद फिर बारिश होने से बर्फ जल्दी पिघल गई। शहर के पर्यटन व्यवसायी भरत सिंह कुमाईं ने कहा कि शहर में बर्फबारी का इंतजार हो रहा था, आखिरकार शहर में सीजन का पहला हिमपात हो गया। मसूरी ट्रेडर्स अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि राजधानी देहरादून सहित आसपास के शहरों के पर्यटक बड़ी संख्या में मसूरी आए, लेकिन उनमें से अधिकांश पर्यटक घूमने के बाद वापस चले गए जिससे पर्यटन को कोई ज्यादा लाभ नहीं मिला।
अधिकांश पर्यटक बुरांशखंडा घुमने पहुंचे। बुरांशखंडा में बर्फ देखने पहुंचे पर्यटकों को ट्रैफिक जाम का भी सामना करना पड़ रहा है। दिनभर ट्रैफिक जाम से पर्यटक जूझते नजर आए, लेकिन बर्फबारी को देखकर सैलानियों के उत्साह में कहीं कोई कमी नजर नहीं आई।
नगर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि शहर में बारिश और बर्फबारी के बाद ठंड बढ़ गई है। बताया कि पालिका ने शहर के चौक चौराहों पर अलाव की पूरी व्यवस्था की है, साथ ही जरुरतमंद लोगों को कंबल भी वितरित किया जा रहा है। पालिका अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अलाव की व्यवस्था निरंतर बनी रहे।
शहर में पिछले पांच दिनों से बारिश और बर्फबारी हो रही है, जिससे शहर में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। ठंड से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। नगर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने बताया कि शहर में ठंड से निपटने के लिए पालिका ने पूरी व्यवस्था की है।
शहर के 36 चौक चौराहों पर अलाव की व्यवस्था की गई है। साथ ही किंग्रेग के रैन बसेरे में कंबल देने की व्यवस्था की गई है। शहर में भारी बर्फबारी होने पर सड़क से बर्फ हटाने के लिए लोक निर्माण विभाग पालिका और प्राइवेट संस्थानों से तीन जेसीबी मशीन तैयार रखी गईं हैं।