उत्तराखंड के साहसिक खेलों की झांकी इस वर्ष गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बनेगी। इस झांकी के चयन को केंद्र सरकार के स्तर से भी स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इससे राज्य के साहसिक खेलों को पहचान मिलेगी।उत्तराखंड न केवल अपने आध्यात्मिक और प्राकृतिक महत्व के लिए जाना जाता है, बल्कि यह साहसिक खेलों के क्षेत्र में भी अग्रणी है। झांकी के निर्माण से जुड़े सभी कलाकार व अधिकारी बधाई के पात्र हैं। इस झांकी के माध्यम से उत्तराखंड को पर्यटन व सहासिक खेलों के प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में मजबूत कदम बढ़ाए जाएंगे।इस झांकी के अग्रभाग में प्रसिद्ध एपण कला को बनाते हुए उत्तराखंडी परिधान में महिला को दिखाया गया है। झांकी के मध्य व पिछले भाग में साहसिक खेल, जैसे रॉक क्लाइंबिंग, पैराग्लाइडिंग, बंजी जंपिंग, हिल साइक्लिंग, ट्रेकिंग, रिवर राफ्टिंग, औली में स्कीईंग, ऋषिकेश में जिप लाईनिंग और रॉक क्लाइंबिंग को दिखाया गया है।प्रदेश सरकार हर वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह के अंतर्गत कर्तव्यपथ पर होने वाली परेड में शामिल होने के लिए अपनी झांकी केंद्र सरकार को भेजती है। इसके बाद वहां से यह तय होता है कि यह झांकी कार्यक्रम का हिस्सा बनेगी या नहीं।महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी ने बताया कि इस वर्ष भारत सरकार के अधीन गठित विशेषज्ञ समिति को 34 राज्यों ने प्रस्ताव भेजे थे। इसमें उत्तराखंड ने साहसिक खेलों की झांकी भेजी थी।