
उत्तराखंड के जंगलों में 2276 गुलदार घूम रहे हैं, जिसमें सबसे अधिक 294 पिथौरागढ़ डिवीजन में हैं। पिथौरागढ़ में हिमालयन घुरड़, सांभर, जंगली सूअर और काला भालू की संख्या भी अन्य से अधिक है। यह जानकारी भारतीय वन्य जीव संस्थान ने दी है। हाल ही में संस्थान ने वन्य जीव गणना के आंकड़े जारी किए हैं।मध्य हिमालय जोन में पहली बार इस तरह की गणना की गई है। आंकड़ों के हिसाब से प्रदेश के प्रत्येक जिले में औसतन 175 से अधिक गुलदार घूम रहे हैं। पिछले लंबे समय से गढ़वाल मंडल के पौड़ी जनपद सहित अन्य कई इलाकों में गुलदार हिंसक होकर समय-समय पर जानमाल का नुकसान कर रहे हैं, जिससे आमजन परेशान हैं।उत्तराखंड राज्य के 13 जनपदों के विभिन्न वन प्रभाग व वन्य जीव प्रभाग में सबसे अधिक 10212 भारतीय काकड़ पाए गए हैं। सबसे अधिक पिथौरागढ़ में 1133 और सबसे कम कालसी में एक भारतीय काकड़ मिला है। इसके अलावा प्रदेश में 3314 हिमालय घुरड़, 3915 सांभर, 1005 जंगली सूअर और 325 एशियाई काला भालू है।