उत्तराखंड विधानसभा में मंगलवार के दिन कांग्रेस पार्टी के विधायकों ने जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान मचे बवाल में दो विधायक विरोध करते-करते विधानसभा सचिव की टेबल पर चढ़ गए. इस व्यवहार के मद्देनजर विधानसभा स्पीकर ऋतु खंडूरी ने कांग्रेस पार्टी के 15 विधायकों को एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया. ये विधायक एक दिन तक सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं हो सकेंगे.मंगलवार को बजट सत्र के दूसरे दिन विधायकों द्वारा मचाए गए बवाल को लेकर स्पीकर ने मीडिया से बातचती में कहा कि अगर सदस्यों को निर्णय के संबंध में किसी तरह की कोई दिक्कत है तो वो बातचीत से सुलझाई जा सकती है. सचिव की टेबल पर चढ़ना और चेयर के पास आना एक गंभीर और अस्वीकार्य बात है. इस तरह का व्यवहार बिल्कुल सही नहीं है.ये कहते वक्त ऋतु खंडूरी का इशारा कांग्रेस विधायक आदेश चौहान और फुर्कान अहमद की और था, जो विधानसभा सचिव हेम पंत की टेबल पर चढ़ गए थे. चौहान ने उधम सिंह नगर के एसएसपी के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव पेश किया था. स्पीकर ने राज्य सरकार द्वारा इस मामले पर दाखिल की गई एक रिपोर्ट को आधार बताते हुए प्रस्ताव खारिज कर दिया. इसके बाद सदन में कांग्रेस पार्टी के विधायक ने जमकर बवाल मचाया.दरअसल बजट सत्र के दूसरे दिन का आगाज ही भारी हंगामे के साथ हुआ था. विपक्ष की मांग थी कि स्पीकर बेरोजगारी और देहरादून में विरोध करने वाले छात्रों पर लाठीचार्च किए जाने के मुद्दे पर चर्चा कराएं. स्पीकर ने रूल 58 के तहत बातचीत शुरू की और प्रश्न काल की शुरुआत हुई.इस दौरान कांग्रेस पार्टी के विधायकों ने पीडब्लूडी और पर्यटन मंत्री सत्पाल महाराज के जवाबों से असहमती जताई. वहीं टिहरी डैम को लेकर चर्चा के बीच कांग्रेस पार्टी के विधायक वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे. इस दौरान स्पीकर खंडूरी ने विधायकों से उनकी कुर्सियों पर बैठने के लिए कहा. इससे पहले भी कांग्रेस पार्टी के विधायक गन्ना किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य न दिए जाने समेत कई मुद्दों को लेकर सदन के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे.