यदि आप अंतरिक्ष विज्ञान से जुड़े मामलों में रुचि रखते हैं तो ये खबर आपके लिए है. जल्दी हीअंतरिक्ष विज्ञान(एस्ट्रोनोंमी) से जुड़े तमाम रहस्यों की जानकारी हल्द्वानी में मिल सकेगी. हल्द्वानी में भारत कापहला एस्ट्रो पार्क कम साइंस सिटी विकसित होगी. इस प्रोजेक्ट को राज्य सरकार की सैद्धांतिक स्वीकृति मिल चुकी हैकरीब 100 करोड़ की लागत से देश का पहला एस्ट्रो पार्क cum साइंस सिटी को उत्तरखंड के हल्द्वानी में विकसित किया जाएगा. इस पार्क को विकसित करने के लिए करीब 15 एकड़ जमीन की तलाश की जा रही है, जिसको देखते हुए जिलाधिकारी नैनीताल, ARIES के निदेशक और डीएफओ तराई केंद्रीय वन प्रभाग ने हल्द्वानी में तीनपानी के पास जमीन का स्थलीय निरीक्षण कर लिया है. एस्ट्रो पार्क के लिए तीनपानी ओपन यूनिवर्सिटी के पास जमीन चिन्हित कर प्रस्तावित कर दी गयी हैडीएम नैनीताल क़े मुताबिक इस पार्क में अंतरिक्ष से जुड़े अध्ययन किए जा सकेंगे. यही नहीं देश-विदेश के एस्ट्रोनॉमी में शिक्षा प्राप्त कर रहे शिक्षार्थियों के शिक्षा के विकास के साथ ही क्षेत्र के पर्यटन को बढावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि एस्ट्रोपार्क में साइंस लैब के साथ ही शिक्षार्थियों के लिए हास्टिल, डेटा सेंटर एवं साइंस पार्क भी निर्माण किया जायेगा. उन्होंने कहा कि एशिया की सबसे बडी देवस्थल एरीज दूरबीन ओखलकांडा नैनीताल से एस्ट्रोपार्क को कनेक्टिविटी दी जायेगी
ARIES के निदेशक प्रोफेसर दीपांकर बनर्जी क़े मुताबिक एस्ट्रो पार्क से अंतरिक्ष में होने वाली हर तरह की गतिविधियों पर नज़र रहेगी, इसे देखने के लिए केवल कुमाऊं ही नहीं, बल्कि देश व दुनिया के छात्र-छात्राएं, शोधार्थी और वैज्ञानिक भी यहां आयेंगे. आर्यभट्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ऑब्जर्वेशनल साइंसेज (ARIES) मनोरा पीक नैनीताल में स्थित है.यहां पर देश की सबसे बड़ी दूरबीन भी लगी है,
साइंस सिटी मैं लैब और डाटा सेंटर को भी तैयार किया जाएगा जिससे अंतरिक्ष विज्ञान में शोध कर रहे छात्र-छात्राओं को काफी मदद मिलेगी और हल्द्वानी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी.
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