हल्द्वानी के राजपुरा गेट के पास गौला नदी से सटे जंगल में एक 12 वर्षीय मासूम से दरिंदगी की हदें पार कर दी। बालिका से दुष्कर्म की कोशिश में असफल होने पर दरिंदे ने पत्थर से कुचल कर उसकी हत्या करने का प्रयास किया। पत्थर मार कर आरोपी ने बच्ची का जबड़ा तोड़ दिया और उसे मरा समझ कर वहां से फरार हो गया। नाबालिक को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया है। किसी करीबी के इस मामले में शामिल होने की आशंका पुलिस ने जतायी है।जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र में रहने वाला एक परिवार अपना घर बना रहा है। घर के निर्माण कार्य के लिए बच्ची का पिता गौला नदी से रेत निकालने के लिए गया हुआ था। उसे लौटने में देरी हुई तो पत्नी ने अपनी 12 साल की लड़की को पिता के लिए खाना लेकर नदी पर भेज दिया। बच्ची पिता के खाना लेकर घर से तो निकली लेकिन अपने पिता के पास तक पहुंची ही नहीं।वहीं जब पिता घर पहुंचा तो उसने अपनी पत्नी से बेटी के बारे में पूछा। उसकी पत्नी ने बताया कि वह खाना लेकर नदी पर गई थी और अभी तक नहीं आई है तो आनन-फानन में पिता अपने साले को लेकर बेटी की तलाश में निकल पड़ा। तभी गौला नदी के किनारे जंगल के पास बकरी चरा रहे माया और उसके पति सुरेश ने बताया कि यहां झाड़ियों में एक बच्ची घायल अवस्था में मिली थी। जिसे पुलिस ने सुशीला तिवारी राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया है। बकरी चराने वाली माया ने बताया कि उसकी बकरियां चरते हुए जंगल की ओर चली गई थी।
जब उसने अपनी बकरियों को बुलाने के लिए आवाज लगाई तो वहां झाड़ियों से बचाओ-बचाओ की आवाज सुनाई दी। जिससे वह घबरा गई और उसने अपने पति को वहां भेजा। वहां झाड़ियों में बालिका बुरी तरह से घायल पड़ी हुई थी। तभी क्रिकेट खेलने जा रहे हैं पंकज, संतोष, संजय, सौरव और उनके साथियों को माया ने रोक कर मदद मांगी।
पंकज ने अपने दो साथियों को मौके पर छोड़ा और अन्य दो साथियों के साथ राजपुरा चौकी पहुंचकर पुलिस को घटना की सूचना दी। तब पुलिस मौके पर पहुंच कर बच्ची को अस्पताल पहुंचाया। पिता अपनी बच्ची की हालत का पता चला तो वह घबरा गया और सीधा अस्पताल पहुंचा।