पहाड़ों से लेकर मैदान तक 18 जुलाई को भी मूसलाधार बारिश की संभावना जताई गई है। हालांकि 18 जुलाई के बाद बारिश में कुछ कमी आने की संभावना भी है। उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण अलकनंदा नदी उफान पर है। नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण श्रीनगर बांध से पानी भी छोड़ा गया। जिसका असर देवप्रयाग से लेकर हरिद्वार तक दिखा। हरिद्वार में गंगा चेतावनी का निशान पार कर गई।भारी बारिश का असर छिपरो, ढकरानी, ढलीपुर आदि परियोजनाओं पर दिख रहा है। टोंस और यमुना नदी में अधिक मात्रा में सिल्ट आने के कारण परेशानी बढ़ रही है। वही ऊर्जा निगम की ओर से केंद्र सरकार से पर आवंटित 300 मेगावाट बिजली मांगी है। मध्यप्रदेश के झाबुआ पावर प्लांट से भी 64 मेगावाट बिजली देने का अनुरोध किया गया है।
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December 22, 2024