मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया, 18 जुलाई को प्रदेशभर के ज्यादातर हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका है। कुछ इलाकों में बिजली चमकने के साथ कई दौर की बौछार वाली बारिश होने के आसार हैं। 19 जुलाई को बारिश से कुछ राहत मिल सकती है।वहीं, सुबह बारिश के कारण यमुनोत्री हाईवे झरझर गार्ड के पास मलबा आने से बंद हो गया। साथ ही गंगोत्री हाईवे मनेरी डैम के पास मलबान से बंद है। उधर, भटवाड़ी विकासखंड के जखोल गांव में बरसाती नाला उफान पर आने और भूसखलन से खेती को नुकसान हुआ है। प्रदेश में भारी बारिश के बाद बंद हुई सड़कों को खोलने के लिए सोमवार को 232 जेसीबी मशीनों को लगाया गया, लेकिन पूरे दिन की मेहनत के बाद 100 सड़कों को खोलने में ही कामयाबी मिल पाई। अभी भी 275 सड़कें बंद हैं।
लोनिवि की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, प्रदेश में 263 सड़कें एक दिन पहले से बंद थीं। सोमवार को 112 सड़कें और बंद हुईं। कुल 375 बंद सड़कों में से सोमवार शाम तक सौ सड़कों को ही खोला जा सका था। लोनिवि के प्रमुख अभियंता दीपक यादव ने बताया कि प्रदेश में नौ स्टेट हाईवे, छह मुख्य जिला मार्ग, चार जिला मार्ग, 128 ग्रामीण सड़कें और 128 पीएमजीएसवाई की सड़कें बंद हैं। उन्होंने बताया कि प्राथमिकता के आधार पर सड़कों को खोलने की कार्रवाई की जा रही है।
प्रदेश सरकार ने मानसून सीजन में आपदा के दौरान राहत व बचाव कार्यों के लिए गढ़वाल और कुमाऊं में हेलिकॉप्टर तैनात कर दिए गए हैं। बीते दिनों कुमाऊं क्षेत्र के बुंदी गांव से गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को हेलिकॉप्टर से पिथौरागढ़ पहुंचाया गया। जबकि हरिद्वार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हेलिकॉप्टर से राहत सामग्री व दवाइयां पहुंचाई गई।