केदारनाथ धाम में गुरुवार को एक बार फिर एवलांच आया। मंदिर से 4 किलोमीटर दूर चोराबाड़ी ताल की ओर पहाड़ियों में हिमस्खलन हुआ। घटना सुबह की बताई जा रही है। एवलांच आने के बाद लगभग 5 मिनट तक बर्फ का धुआं उठता दिखाई दिया। उस दौरान कई श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे थे। पहाड़ी से एवलांच आता देख श्रद्धालुओं में अफरातफरी मच गई। इस दौरान लगभग 4 से 5 मिनट तक बस बर्फ के धुआं ही धुआं दिखाई दिया। इस दौरान मंदिर परिसर में मौजूद श्रद्धालुओं की सांस अटक गई। हालांकि चंद मिनटों के बाद जब बर्फ का धुआं छंटा, तब लोगों ने राहत की सांस ली। आपको बता दें कि पिछले साल 2022 में भी केदारनाथ धाम में हिमस्खलन हुआ था।इसके बाद भी तमाम लोगों की नजरें एवलांच की ओर ही टिकी रही। श्रद्धालुओं ने इसका वीडियो भी बनाया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि यह घटना सुबह के समय केदारनाथ से 4 किलोमीटर की दूरी पर हुई है। यह हिमालय में होने वाली सामान्य घटना है। इससे कोई नुकसान नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि पिछले कई दिनों से यहां पहाड़ियों पर हिमपात से भारी मात्रा में बर्फ नहीं पर जम रही है जिसके दबाव से हिमस्खलन हो रहा है।प्रभारी मंत्री रुद्रप्रयाग सौरभ बहुगुणा ने गुरुवार को गौरीकुंड से बाबा केदारनाथ पैदल मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने इस दौरान यात्री शेड, पैदल मार्ग के खड़ंजे, शौचालयों और पेयजल की व्यवस्था के साथ ही खच्चरों हेतु बनाए गए घोड़ा पड़ाव, सादे व गरम पानी की चरों का निरीक्षण किया। उन्होंने यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं, व्यवसायियों और खच्चर स्वामियों से बातचीत कर यात्रा में आ रही कठिनाइयों तथा यात्रा को और अधिक सुविधाजनक बनाने हेतु सुझाव भी मांगे। निरीक्षण के दौरान कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि यात्रा से संबंधित सभी व्यवस्थाएं अच्छी रखी जाए।
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October 4, 2024
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